एयर इंडिया के 3 पायलेट्स को आज दवाख़ाना में शरीक कर दिया गया क्योंकि गुज़श्ता 7 दिन से भूक हड़ताल के बाइस (कारण) उन की सेहत बुरी तरह ख़राब हो गई थी। ताहम ( यद्वपि) 2 माह से जारी एहतिजाज ख़त्म होने के अब तक कोई आसार नज़र नहीं आ रहे हैं।
पायलेट्स ने इंतिज़ामीया को शदीद तन्क़ीदों का निशाना बनाते हुए कहा कि 54 दिन से तात्तुल (बाधा/ रुकावट) बरक़रार रहने के बावजूद उसे हल करने के लिए कोई पेशरफ्त नहीं कर रहा है।
इंडियन पायलेट्स गिल्ड के क़ाइदीन ( लीडर) ने कहा कि चीफ़ लेबर कमिशनर की जानिब से तनाज़ा (झगड़े) को हल करने के मक़सद से जो पेशरफ्त की जा रही थी उसे भी इंतिज़ामीया ने रद्द कर दिया। पायलेट्स ने अहम मुतालिबात की यकसूई (निवारण) के लिए इंतिज़ामीया पर दबाओ डालने के मक़सद से जंतर मंतर पर ग़ैर मुअय्यना मुद्दत की भूक हड़ताल शुरू की है लेकिन आज 3 पायलेट्स की तबीयत बिगड़ गई।
डॉक्टर्स ने मुआइना के बाद कहा कि ब्लड प्रेशर और शूगर का मसला दरपेश है चुनांचे इन तीनों को हॉस्पिटल मुंतक़िल कर दिया गया। अब तक जुमला 5 पायलेट्स को हॉस्पिटल में शरीक किया गया है जिन में 3 दिल्ली और 2 मुंबई में हैं। 400 से ज़ाइद पायलेट्स 7 मई से एहतिजाज कर रहे हैं जबकि तक़रीबन 20 पायलेट्स ने मुंबई और दिल्ली में ग़ैर मुअय्यना मुद्दत की हड़ताल शुरू की है।
इंतिज़ामीया और वज़ारत शहरी हवाबाज़ी (civil aviation minister ) का ये मौक़िफ़ है कि पायलेट्स के हड़ताल से दस्तबरदार होने के बाद ही उन्हें बरतरफ़ी ( बर्खास्तगी) की जो नोटिस दी गई है इस पर ग़ौर किया जा सकता है और वो भी हर पायलेट का शख़्सी ( निजी/ व्यक्तीगत) तौर पर जायज़ा के बाद फ़ैसला किया जाएगा