हुज्जाज किराम को हज वापसी के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। हालत यह है कि इन्हें घंटों बिना पानी के सफर करना पड़ रहा है। हज कमेटी ने हाजियों को होनेवाली परेशानी के लिए एयर इंडिया से जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है। ये बातें बुध को मदरसा बोर्ड के चेयरमैन और हज कमेटी के कन्वेनर मुमताज आलम ने प्रेस कोन्फ्रेंस में कहीं। उन्होंने कहा कि हज की पुरी अमल को आसान बनाने के लिये कई तैयारियां की जाती हैं। बावजूद इसके उन्हें सफर के दौरान कई तरह की परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ता है।
गया की जगह लखनऊ में कराया लैंड
गया में नाइट लैंडिंग का इंतेजाम नहीं होने की वजह से हुज्जाज किराम की फ्लाइट पटना की तरफ आयी, लेकिन यहां कोहरा होने की वजह से फ्लाइट लैंड नहीं कर सकी। इसी वजह से फ्लाइट को लखनऊ में लैंड कराना पड़ा। वहां हाजियों ने गया पहुंचाने की मांग की, काफी मशक्कत के बाद एयर इंडिया के अफसरों ने उन्हें गया के लिए एक फ्लाइट दी। इस पूरी अमल में दस घंटे का वक़्त लग गया। यहां गया एयरपोर्ट पर हाजियों का इंतजार कर रहे अहले खाना काफी परेशान होते रहे। कन्वेनर मुमताज आलम ने बताया कि हाजियों के लिये एयर इंडिया से मुआहेदा हुआ था।
इस साल एयर इंडिया ने बिहार के लोगों के लिये छोटे हवाई जहाज प्राइवेट कंपनी चेकोस्लाविया को तय कर दिया। जो पुरी तरह से बेकार साबित हुई। हाजियों को जरूरी सहूलत तक नहीं मिल सकी। सफर के दौरान रियासत हज कमेटी के चीफ ओहदेदार इफ्तिखार हसन और रियासत हज कमेटी के रुक्न शमीम सीवानी को अपने अहले खाना के साथ परेशानी का सामना करना पड़ा ।