एयर मार्शल रवि बुरली ने आज डुंडीगल में एयर फ़ोर्स एकेडेमी के सरबराह की हैसियत से ज़िम्मेदारी सँभाल ली । इस तक़र्रुर से क़्ब्लवो सिनयर एयर स्टाफ़ ऑफीसर इस्टर्न कमान इंडियन एयरफ़ोर्स थे । एक सरकारी आलामीया में ये बात बताई गई ।
एयर फ़ोर्स में इन का कैरियर 36 साल पर मुहीत है और उन्हों ने कई लड़ाका तय्यारे उड़ाए हैं । 1976 में इन का बहैसियत फायटर पायलट कमीशन अमल में आया था । वो 4300 घंटों के परवाज़ का तजुर्बा रखते हैं और ए ज़मुरा के फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर हैं ।
एयरफ़ोर्स एकेडेमी डुंडीगल का क़ियाम 1971 में अमल में आया था ।