एयर होस्टेस के पेशे को अलविदा कहके खुशबु महिलाओं को उर्दू की तालीम और आत्मनिर्भर बना रही है

रांची: रांची की खुशबू खान ऐसा कारनामा अंजाम दे रही हैं जो अपने आप में मिसाल है । खुशबु मुस्लिम आबादी वाले इलाक़े में न केवल महिलाओं को उर्दू की तालीम देनी करा रही हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लियें वोकेशनल ट्रेंनिंग दे रही हैं। खुशबू की इस कोशिश से घरेलू मुस्लिम महिलाओं को धार्मिक और सांसारिक जानकारी प्राप्त करने में आसानी हो रही है।

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खुशबू खान को उनकी कोशिशों के लियें उन्हें कई कल्याणकारी और सामाजिक संगठनों द्वारा पुरस्कृत किया गया है। खुशबू के प्रयासों से सैकड़ों महिलाओं को न केवल उर्दू व अन्य शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिल रही है, लेकिन यह भी विभिन्न प्रकार के कौशल से भी लैस होने का मौका मिल रहा है। खुशबू खान इन महिलाओं के लिए एक राह साबित हो रही हैं, जो गुणों के बावजूद इस तरह के जुनून को व्यक्त नहीं कर पाती हैं।

गौरतलब है कि रांची की खुशबू खान ने एयर होस्टेस पेशे को अलविदा कहकर एक जुनून के तहत महिलाओं को उर्दू की तालीम देनी कराने का इरादा किया । पिछले कुछ वर्षों में खुशबू पूरे क्षेत्र में ख्याति प्राप्त कर चुकी हैं।

अपने आवास पर ही उन्होंने शिक्षा का एक आदर्श प्रणाली स्थापित किया है। उनकी कोशियशों के परिणाम में पर्दा नशीन गृहिणियों इंग्लिश स्कूल शिक्षित महिलाएं भी बेहद शौक से उर्दू की शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।

खुशबू खान कई गुणों के मालिक हैं। उर्दू की शिक्षा के साथ साथ वह अन्य शिक्षा जैसे स्पोकन इंग्लिश, कंप्यूटर, ब्यूटीशियन, एरोबिक्स और सिलाई कढ़ाई जैसे कौशल से भी महिलाओं को लैस करने में व्यस्त हैं।
महिलाओं ने खुशबू खान के नेतृत्व में शिक्षा और कौशल हासिल कर खुशी का इजहार किया है। उनका कहना है उन्हें घरेलू और सभ्य वातावरण में उन्हें बेहद कम फीस पर शिक्षा और कौशल प्राप्त करने का मौका मिल रहा है।

साभार -headline24