*कई इंटरनेशनल परवाज़ें(फ्लाइटें) मंसूख़ , मूसाफिरीन को मुश्किलात, बात चीत चल रही है
* एयर इंडिया की सरपरस्ती ख़त्म करने का वक़्त आगया,अजीत सिंह का सख़्त मौक़िफ़ , यौमिया(एक दीन में) दस करोड़ का ख़सारा(नुक्सान)
नई दिल्ली मुंबई । एयर इंडिया ने आज सख़्त कार्रवाई करते हुए दस एहितजाजी पायलेटों को बरतरफ़ कर दिया(नोकरी से हटा दीया) और उन की यूनीयन को गैर मुसल्लमा क़रार दिया जब्कि तकरीबन(लग भग) 200 पायलेट्स आज ड्यूटी पर हाज़िर नहीं हुए जिस की वजह से तकरीबन(लग भग) 13 इंटरनेशनल फलाइटें मंसूख़ (रद)करना पड़ा।
एयर इंडिया ने एक ब्यान में कहा कि ये एहतिजाज इंतिहाई नामुनासिब और गैर ज़िम्मा दाराना है, जिस का इंतेज़ामीया ने संगीन (सख्त)नोट लिया है। एयर इंडिया ने इंडियन पायलेट्स गिल्ड की मुसल्लमा हैसियत ख़त्म करदी और इस के दफतरों को महर बंद(सील) कर दिया है। इस के इलावा इस यूनीयन के तमाम उहदेदारान को ख़िदमात से बरतरफ़ कर(हटा) दिया गया। गिल्ड के तहत तकरीबन(लग भग) 250 पायलेट्स हैं जबकि इंडियन कमर्शियल पायलेट एसोसी एषण के 1600 पायलेट के मिंजुमला(मे से)0 1200 अरकान हैं। माबाकि(बाकि) तमाम एगजेक्टीव पायलेट्स हैं। डोमेस्टिक फलाइटें इस हड़ताल से गैर मुतास्सिर रही(उन पर इस हडताल का कोइ असर नही हुआ) और एयर इंडिया ने तमाम इंटरनेशनल फलाइटों के लिए मुतबादिल(दूसरे) इंतेज़ामात किए हैं।
इंडियन कमर्शियल पायलेट एसोसी एषण ने एयर इंडिया की चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर रोहित नंदन को मकतूब(खत) रवाना करते हुए परवाज़ों की बहाली(चालु करने) के लिए इंतेज़ामीया कोशिशों की गैर मशरूत(बगैर किसी शर्त के) ताईद की है। वज़ीर शहरी हुवा बाज़ी अजीत सिंह ने इस एहतिजाज को गैर क़ानूनि क़रार दिया।
उन्हों ने कहा कि हम एयर इंडिया की माली हालत बेहतर बनाने के लिए मुसल्सल रक़म ख़र्च नहीं कर सकते। उन्हों ने सख़्त पयाम देते हुए कहा कि किसी भी शख़्स को माफ़ नहीं किया जाएगा । ताहम उन्हों ने तवक़्क़ो(उम्मीद) ज़ाहिर की कि एहितजाजी पायलेट्स इस हड़ताल की वाजबीयत का अंदाज़ा करते हुए रुजू बकार होजाएंगे(काम पर वापस आजाएंगे)।
अजीत सिंह ने कहा कि अगर हम एयर इंडिया को मुकम्मल तौर पर बंद करदें तो इस के फ़ौरी तौर पर(हाल ही में) मनफ़ी असरात मुरत्तिब(नुक्सान दायक असरात जाहिर) होंगे। उन्हों ने कहा कि एयर ट्रैफिक का तकरीबन(लग भग) 17 फीसद एयर इंडिया अहाता करता(गेरता) है।
अजीत सिंह ने कहा कि क़ौमी फ़िज़ाईया कंपनी रखने का दौर ख़त्म होचुका है और हुकूमत को किसी भी तरह की ख़िदमात से मुताल्लिक़ इंडस्ट्री नहीं चलानी चाहीए । उन्हों ने कहा कि मौजूदा हालात(इन हालात) में सिर्फ चंद छोटे ममालिक अपनी क़ौमी परवाज़ें चला रहे हैं।
सरकारी ज़राए ने बताया कि इस एहतिजाज की वजह से यौमिया(एक दीन का) दस करोड़ रुपया का नुक़्सान हो रहा है और रक़म इंटरनेशनल परवाज़ों के ज़रीया यौमिया आमदनी(एक दीन कि आवक) का तकरीबन(लग भग) 30 फीसद है। कल रात से जो परवाज़ें मंसूख़(रद) की गई हैं, इन में दिल्ली । टोरंटो, दिल्ली । शिकागो, मुंबई । न्यूयॉर्क , मुंबई । हांगकांग बराह दिल्ली और दिल्ली । सिंगापुर शामिल हैं।
इस के इलावा मशरिक़ ए वुस्ता(पुरबि मूल्कों) के लिए 8 एयर इंडिया परवाज़ें मंसूख़(रद) की गइं। एयर इंडिया के तर्जुमान ने कहा कि पायलेट्स की अदम दस्तयाबी(ना मील्ने) की वजह से परवाज़ों को मंसूख़(रद) करना पड़ा। एहितजाजी पायलेट्स और एयर इंडिया ओहदेदारों की मर्कज़ी लेबर कमिशनर से बात चीत हुई जो गैर मुख़्ततिम रही(बे नतिजा रही), वो कल दुबारा बात चीत करेंगे।
इंडियन पायलेट्स गिल्ड के लीडर कैप्टन तौसीफ मुक़द्दम ने एयर इंडिया इंतेज़ामीया पर इल्ज़ाम आइद किया(लगाया) कि एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के 2007 में इंज़िमाम(आपस मे मीलाने) के बाद से पायलेट्स की तरक़्क़ी के लिए जामा(मज्बूत) पोलीसी इख़तेयार नहीं की।
उन्हों ने कहा कि साबिक़ा(पुर्व) एयर इंडिया के पायलेट्स का मुस्तक़बिल(भवीश्य) तरक़्क़ी ना होने की वजह से तारीक(बे कार) होगया था । इस दौरान(बिच में) एयर इंडिया के बैंकर्स ने परवाज़ों की मंसूख़ी(रद होने) पर तशवीश का इज्हार(जाहिर) करते हुए कहा कि आमदनी(आवक) में ख़सारा का एयर इंडिया की माली हालत को बेहतर बनाने के मंसूबों पर असर पड़ेगा।