एर्दोगन ने हिटलर कहा तो बौखला नेतन्याहू, तुर्की पर दिया विवादित बयान!

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तय्यिप एर्दोगान ने इस्राईली संसद में हाल में पारित हुए विवादित क़ानून के मद्देनज़र, इस्राईल की दुनिया के सबसे बड़े फ़ासीवादी व नस्लभेदी शासन के रूप में भर्त्सना की है।

19 जुलाई को ज़ायोनी संसद में पारित हुए विवादित क़ानून में अतिग्रहित फ़िलिस्तीन के इलाकों को कथित “यहूदी देश” का दर्जा दिया गया है। एर्दोगान के जवाब में नेतान्याहू ने कहा की, तुर्क एक तानाशाह का देश है। यह मुद्दा इजरायल और तुर्की के बीच तनाव का नवीनतम कारण है, जो यहूदी राज्य के कुछ प्रमुख मुस्लिम भागीदारों में से एक है।

आपको बता दें कि, तुर्क राष्ट्रपति ने मंगलवार को सत्ताधारी जस्टिस एन्ड डेव्लपमंट पार्टी के संसदीय गुट के साथ बैठक में कहाः “इस क़ानून से इस शासन की वास्तविक नियत का पता चलता है।

यह फ़िलिस्तीनियों और पूर्वी अलक़ुद्स जाने वाले दूसरे मुसलमानों और ईसाइयों पर अत्याचार और उनके ख़िलाफ़ सभी ग़ैर क़ानूनी गतिविधियों को वैधता देता है।

एर्दोगान ने कहा कि, मैं मुस्लिम व इस्लामी जगत, सभी प्रजातांत्रिक व लिब्रल राष्ट्रों, ग़ैर सरकारी संगठनों, मीडिया सदस्यों से इस्राईल के ख़िलाफ़ सक्रिय होने की अपील करता हूं।