मध्य प्रदेश में जारिया साल एसेंबली इंतिख़ाबात में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों के रोज़मर्रा के इंतिख़ाबी इख़राजात पर नज़र रखने इख़राजात के मॉनीट्रिंग सिस्टम को मुतआरिफ़ किया जाएगा।
एक सरकारी आलामिया के मुताबिक़ एलेक्शन कमीशन ने तमाम उम्मीदवारों को हिदायत की है कि वो अपने इंतिख़ाबी खर्च का रोज़ाना की बुनियाद पर गोशवारा तैयार करें और उसकी तमाम तर तफ़सीलात इंतिख़ाबी नताइज के ऐलान के बाद अंदरून 30 यौम पेश की जाएं।
आलामिया के मुताबिक़ इंतिख़ाबी खर्च पर नज़र रखने या उनकी निगरानी केलिए हर ज़िला में एलेक्शन कमीशन की जानिब से मुक़र्रर करदा एक ओहदेदार का तक़र्रुर अमल में आएगा। महिकमा इनकम टैक्स के आफ़िसरान को तर्जीह दी जाएगी। डिस्ट्रिक्ट एलेक्शन ऑफीसर (DEO) की जानिब से इंतिख़ाबात की तारीख़ के ऐलान के फ़ौरी बाद हर हलक़ा राय दही में अस्सिटेंट एक्सपनडीचर ऑब्ज़र्वर मुक़र्रर किया जाएगा।
महिकमा इनकम टेक्स के इलावा सेंटर्ल एकसाईज़ और आडीट से वाबस्ता ओहदेदारों को भी तर्जीह दी जाएगी क्योंकि ये वो आफ़िसरान हैं जिन्हें एकाउंट और आ डेटिंग का तवील तजुर्बा होता है। ऑब्ज़र्वर ( मुबस्सिर ) को हस्सास वाक़ियात और अव्वामी रैलियों की वीडियोग्राफी का शख़्सी तौर पर मुशाहिदा करने का इख़तियार हासिल होगा।
हर एसेंबली हलक़ा में वीडीयो ग्राफ़र्स की एक टीम मुक़र्रर की जाएगी। ऑब्ज़र्वर को गाड़ी, मुक़ामी सिम कार्ड्स और डिस्ट्रिक्ट रिटर्निंग ऑफीसर के दफ़्तर से मुत्तसिल दफ़्तरी जगह फ़राहम की जाएगी ताकि वो टीम के साथ नूडल आफ़िसरान और एलेक्शन ऑब्ज़र्वर्स के साथ बाहमी रब्त के ज़रिया अपने फ़राइज़ बख़ूबी अंजाम दे सकें।