एल पी जी के ग़लत इस्तेमाल को रोकने डी बी टी स्कीम का आग़ाज़

हैदराबाद 1 जून (पी टी आई) मर्कज़ी ममलिकती वज़ीर बराए पेट्रोलीयम और क़ुदरती गैस पी लक्ष्मी ने आज कहा कि एल पी जी कस्टमर्स के लिए के वाई सी स्कीम के आग़ाज़ के साथ मर्कज़ का सब्सीडी बोझ तवक़्क़ो है कि घट कर 1.61 लाख करोड़ रुपये से 97,000 करोड़ हो जाएगा और डी बी टी के तहत इस में मज़ीद कमी का इमकान है।

आंध्र प्रदेश में एल पी जी कस्टमर्स के लिए डायरेक्ट बेनिफ़िट्स ट्रांसफ़र (डी बी टी) के आग़ाज़ के मौक़ा पर मुख़ातब करते हुए लक्ष्मी ने कहा कि घरैलू इस्तेमाल गैस के बेजा इस्तेमाल में कमी के बाइस कमर्शियल एल पी जी सलेंडर्स के इस्तेमाल में 16 फ़ीसद तक इज़ाफ़ा हुआ है।

मर्कज़ी वज़ीर ने कहा कि के वाई सी स्कीम से घरैलू इस्तेमाल एल पी जी के ग़लत इस्तेमाल को रोकने और इस के तदारुक में मदद मिली है जो कि बहुत ज़्यादा सब्सीडी पर फ़राहम की जाती है।

डी बी टी स्कीम से इस का मज़ीद तदारुक होगा और मर्कज़ पर सब्सीडी बोझ में मज़ीद कमी होगी। चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने आज यहां रियासत के पाँच अज़ला हैदराबाद, रंगा रेड्डी, मशरिक़ी गोदावरी, चित्तूर और अनंत पोरम के लिए डी बी टी स्कीम का आग़ाज़ किया। इन पाँच अज़ला में एल पी जी सारिफ़ीन की जुमला तादाद 48.82 लाख है लेकिन इन में सिर्फ़ 17.7 फ़ीसद ही आधार से मरबूत किए गए हैं।

चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि इन पाँच अज़ला में तक़रीबन 57 फ़ीसद अश्ख़ास ही ने आधार से मुताल्लिक़ इंदिराज करवाया है और सिर्फ़ 8.3 फ़ीसद के पास ही बैंक अकाउंट्स हैं। किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि रियासत की 8.4 करोड़ आबादी के मिनजुमला 7.7 करोड़ अफ़राद ने ताहाल आधार के लिए इंदिराज करवाया है जबकि माबक़ी आबादी का अहाता करने के लिए ये अमल जारी है।