एल पी जी सिलेंडर की क़ीमत में 11.42 रुपये इज़ाफ़ा

नई दिल्ली, ०७ अक्टूबर (पी टी आई) हुकूमत ने डीलर्स को कमीशन में इज़ाफ़ा के फ़ौरी ( फौरन) बाद पकवान गैस (एलपी जी) की क़ीमत में फ़ी ( प्रति) लीटर 11.42 रुपय इज़ाफ़ा का फ़ैसला किया है। पेट्रोल और डीज़ल की क़ीमत में भी किसी क़दर इज़ाफ़ा का इमकान ( संभावना) है क्योंकि वज़ीर तेल ( पेट्रोलियम मंत्री) डीलर्स के कमीशन में बिलतर्तीब ( 23 और 10 पैसे इज़ाफ़ा पर ग़ौर कररही है।

वज़ारत ने कल अहकामात जारी करते हुए एल पी जी डीलर्स को दिए जाने वाले कमीशन में फ़ी 14.2 किलोग्राम सिलेंडर्स 25.83 रुपये को बढ़ाकर 37.25 रुपय कर दिया था। बताया गया है कि सब्सीडी पर दिए जाने वाले सिलेंडर्स में 44 फ़ीसद या 11.42 रुपये इज़ाफ़ा का बोझ सारिफ़ीन (उपभोक्ता) के उपर आइद किया ( लगाया) जा रहा है।

इस तरह दिल्ली में अब सारिफ़ीन के लिए सब्सीडी पर मिलने वाले सिलेंडर की क़ीमत 410.42 रुपय होगी। पहले फ़ी ( प्रति) सिलेंडर क़ीमत 399 रुपये थी। ये फ़ैसला ऐसे वक़्त किया गया जबकि चंद हफ़्ते क़बल ही मर्कज़ी हुकूमत ने एक घराना के लिए सालाना 6 सिलेंडर्स सब्सीडी क़ीमत पर देने का फ़ैसला किया।

इस के बाद मज़ीद सिलेंडर्स मार्केट क़ीमत पर हासिल करने होंगे। ओहदेदारों ने बताया कि मार्केट की क़ीमत या बगै़र सब्सीडी ख़रीदे जाने वाले सिलेंडर्स पर कमीशन को भी 12.17 रुपय से बढ़ाकर फ़ी ( प्रति) सिलेंडर 38 रुपये कर दिया गया।

इस तरह नया सब्सीडी सिलेंडर की क़ीमत 883.5 रुपय से बढ़ कर 921.5 रुपय हो जाएगी। पेट्रोल-ओ-डीज़ल की फ़रोख्त पर भी पेट्रोल पंप डीलर्स के कमीशन में इज़ाफ़ा की तजवीज़ (प्रस्ताव) हुकूमत के ज़ेर-ए-ग़ौर है।

वज़ारत तेल ने पेट्रोल की क़ीमत पर कमीशन को 23 पैसे से बढ़ाकर 1.72 रुपय फ़ी लीटर और डीज़ल पर 10 पैसे से बढ़ाकर 1.01 रुपये फ़ी लीटर करने की तजवीज़ ( प्रस्ताव) तैयार की है। पेट्रोल पंप डीलर्स क़ीमतों में बड़े पैमाने पर रद्दोबदल और बर्क़ी ( बिजली के) चार्जस में बेतहाशा ( अत्यधिक) इज़ाफ़ा के पेशे नज़र पेट्रोल की क़ीमत में 2.10 रुपये और डीज़ल की क़ीमत में 1.33 रुपय इज़ाफ़ा का मुतालिबा ( मांग) कर रहे थे।

हुकूमत ने 5 किलो वज़नी सिलेंडर्स पर भी कमीशन को 5.33 रुपय से बढ़ाकर 18.63 रुपय कर दिया है। इस वक़्त पेट्रोल पंप डीलर्स को पेट्रोल की फ़रोख्त पर 1.49 रुपये फ़ी ( प्रती) लीटर और डीज़ल पर 0.91 रुपय फ़ी लीटर कमीशन दिया जा रहा है। पेट्रोल पंप डीलर्स का ये दावा है कि एलपी जी एजेंसीयों के बरअक्स ( विपरीत) पेट्रोल पंप्स साल के 365 दिन खुले रहते हैं और उन्हें 24 घंटे ख़िदमात अंजाम देना होता है इसकी वजह से मसारिफ़ ( खर्च) भी ज़्यादा बरदास्त करना पड़ता है।

एलपी जी एजेंसीयां क़ौमी तातीलात (राष्ट्रीय छुट्टी) और हफ़्ता में एक दिन बंद होती हैं। पेट्रोल पंप्स सारिफ़ीन को दीगर सहूलयात जैसे टायलट्स, पीने का पानी और हवा भरने का इंतेज़ाम करते हैं जबकि एल पी जी डीलर्स ऐसी कोई ख़िदमात फ़राहम नहीं करते।

फेडरेशन आफ़ ऑल इंडिया पेट्रोलीयम ट्रेडर्स के जनरल सेक्रेटरी अजय बंसल ने कहा कि एलपी जी की क़ीमत में एक साल तक कोई इज़ाफ़ा नहीं हुआ इस के बरअक्स ( विपरीत) पेट्रोल-ओ-डीज़ल की क़ीमत में उतार चढ़ाव देखा गया।