कोई चुनौती नहीं
पाकिस्तान के सामने इस मुकाबले में बिल्कुल भी चुनौती नहीं थी. और दोनों ओपनरों ने पहले विकेट के लिए 41 रन जोड़कर जीत का आधार रख दिया था. हालांकि, यह मुकाबला पाक बल्लेबाजों के लिए अभ्यास का मौका था, लेकिन फखऱ जमां और बाबर आजम उस तरह से फायदा नहीं उठा सके, जैसे उन्हें भुनाना चाहिए था. अगर पाकिस्तान दस विकेट से जीतता, तो यह उनके ओपनरों को और ज्यादा भरोसा देती.
इससे पहले हाल ही में एशिया कप के लिए क्वालीफाई करने वाली और साल 2008 के बाद से पहला एशिया कप खेलने वाली हांगकांग टीम पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ 116 रनों पर ही ढेर हो गई. उसके लिए सबसे ज्यादा 27 रन नंबर सात बल्लेबाज एजाज खान और 26 रन किंचित शाह ने बनाए. पाकिस्तान के लिए उस्मान खान ने तीन और शोएब मलिक और शादाब खान ने दो-दो विकेट चटकाए.
पाकिस्तान के खिलाफ हांगकांग के पास यह दिखाने का अच्छा मौका था कि उनमें सुधार हुआ है. और टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करना कोई तुक्का नहीं था. लेकिन दिन की समाप्ति पर साफ हो गया कि हांगकांग को अभी अपने खेल में बहुत ज्यादा सुधार करने की जरुरत है. पारी के पूरे ओवर न खेल पाना ही उसकी पोल खोल गया.