एसएआर अदालत खत्म करना गलत : वृंदा करात

 

रांची : माकपा पोलित ब्यूरो मेम्बर वृंदा करात ने कहा है कि झारखंड में एसएआर कोर्ट खत्म करना गलत है। रियासती हुकूमत ने इसका कोई ऑप्शन भी तैयार नहीं किया है। सरकार इसको खत्म करने के पीछे जो तर्क दे रही है, वह कुबूल नहीं किया जा सकता है। सरकार कहती है कि इस कोर्ट में बदउनवान का बोलबाला है। सरकार बदउनवान को खत्म करने की जगह पर अदारा को ही खत्म कर रही है। मिसेस करात पीर को माकपा दफ्तर में प्रेस से बात रही थीं।

मिसेज करात ने कहा कि अदालत खत्म होने के बाद आदिवासियों की जमीन रीस्टेट कैसे होगी, यह नहीं बताया जा रहा है। इसके पीछे एक बड़ी साजिश है। एेसे लोगों को निशानदेही किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासियों के मुफाद की बात करती है, लेकिन काम अादिवासी मुखालिफत हो रहा है। पेसा कानून पर अब तक कुछ नहीं हुआ। यहां आदिवासियों के साथ धोखा हो रहा है। मिसेज करात ने कहा कि रियासत में फिरकावाराना वारदात बढ़ रही हैं। सरकार इसमें मुदाखिलत नहीं कर रही है। ज़रायम पेश अनासिर को बढ़ावा दे रही है। यह झारखंड के लिए खतरनाक है।

मिजेस करात ने कहा कि आरएसएस चीफ़ मोहन भागवत ने फिर राम मंदिर बनाने का मुद्दा उठाया है। मरकज़ी हुकूमत आरएसएस के इशारे पर चल रही है। मरकज़ को इस मामले में वाजेह करनी चाहिए। इस बयान से मुल्क को नुकसान हो रहा है।