एससी, ऐस टीज़ को फ़ीस रीइम्ब्रेस्मेंट की सहूलत

वाई ऐस राज शेखर रेड्डी ने ग़रीब और कमज़ोर मआशी(आर्थिक) हालत तबक़ात के बच्चों की तालीम के सिलसिला को जारी रखने के लिए फ़ीस रीइम्ब्रेस्मेंट स्कीम की शुरूआत की थी, उस की वजह से ना सिर्फ एस सी, एसटी बल्कि बी सी ई, बी सी, ओ बी सी तबक़ात को आला तालीम हासिल करने का जज़बा-ओ-मक़सद पूरा होरहा था।

लेकिन मआशी(आर्थिक) तौर पर कमज़ोर तबक़ात के लिए आला तालीम के हुसूल में रुकावट को दूर करने के लिए मौजूदा सूरत-ए-हाल में सिर्फ एस सी, एसटी को ही फ़ीस रीइम्ब्रेस्मेंटका फ़ायदा हासिल होने और दीगर तमाम ज़मुरा के लिए सिर्फ 81 हज़ार रुपये देने का हुकूमत ने फ़ैसला किया है

इस की वजह से फ़न्नी तालीम के इदारों की जानिब से फ़ीस में जो इज़ाफ़ा किया जा रहा है इंजीनीयरिंग कॉलिज कोर्स के लिए 50 हज़ार से बढ़ाकर फ़ीस को एक लाख रुपये करदिया गया है इस में से हुकूमत 31 हज़ार रुपये ही देगी, दीगर अख़राजात अलहदा होंगे। इस तरह ग़रीब स्टुडेंट्स को क़रीब 80 हज़ार रुपये का माली बोझ आइद हो जाएगा।