कानपूर: शादी हर इन्सान की जिंदगी का एक ऐसा हसीन ख़्वाब होता है जो हर नौजवान लड़के और लड़की की आंखों में होता है। लेकिन कानपुर की शबीना के साथ बारह साल पहले हुए एक हादसे ने उसके इस सपने को बदसूरत बना दिया। यह कहानी शहर की एक ऐसी लड़की की है जिसे एकतरफा प्यार में पागल युवक ने जीवन भर नहीं भरने वाला घाव दे दिया, उस मासूम लड़की के चेहरे पर तेजाब डालकर उसे जला दिया। घटना के 12 साल बाद एक व्यक्ति ने लड़की से निकाह कर न केवल उसकी झोली खुशियों से भर दी है बल्कि इसके साथ ही उसने एक मिसाल भी पेश की है।
न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार चमनगंज की शबीना का नाम जुबान पर आते ही बारह साल पहले का वह दर्दनाक दृश्य स्थानीय लोगों के विचारों में आ जाता है जिसे यह शहर शायद ही भुला सकेगा। इस एसिड कांड में शबीना का चेहरा और शरीर ही नहीं जला था बल्कि उसके जीवन के सारे अरमान भी जल गए थे।
आलम यह था कि कभी सुंदर और चंचल नज़र आने वाली शबीना खुद को देख कर डरने लगी थी। बारह साल पहले शबीना के प्यार में एकतरफा पागल प्रेमी ने उसके चेहरे पर तेजाब डालकर उसका चेहरा खराब कर दिया था जिससे उसके जीवन के हसीन सपने चकनाचूर हो गए।लेकिन निराशा से भरे जीवन की इस यात्रा में 15 दिसंबर 2016 का दिन उसके जीवन में खुशी की सौगात लेकर आया। पड़ोस में रहने वाले मोहम्मद शमशाद उर्फ असिस ने शादी करके उसका हाथ थाम लिया।
इसके बाद शबीना दुल्हन बनी और शमशाद उदाहरण बन गया। शबीना को जीवन झुलसाने वाला तेजाब कांड अभी भी उसके मन में ताजा है और जब भी इस घटना का ज़िक्र आता है तो उसकी आँखें आंसू से छलक जाती हैं।