बिहार को नीतीश कुमार से आज़ादी दिलाने के लिए हिंदुस्तानी अवाम मोरचा (हम) आइंदा एसेम्बली इंतिख़ाब में तमाम 243 सीटों पर इंतिख़ाब लड़ेगा। लड़ेगा.ये बातें मंगल को सासाराम में मुनक्कीद प्रेस कोन्फ्रेंस में साबिक़ वजीरे आला जीतनराम मांझी ने कहीं। मिस्टर मांझी ने कहा कि एसेम्बली इंतिख़ाब इंतिख़ाब से पहले किसी भी पार्टी से इत्तिहाद का कोई सवाल ही नहीं उठता है।
लेकिन, इतना जरूर है कि जो पार्टी या सख्श नीतीश कुमार को रोक सकता है, उससे हाथ मिलाने में भी उन्हें कोई इतराज नहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश हुकूमत दलालों व कमीशनखोरों के लिए काम कर रही है। यही वजह है कि रियासत में तरक़्क़ी के लिए पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है।
बिहार एसेम्बली के इमारत तामीर व पुराने म्यूजियम की जगह नये म्यूजियम बनाने की वकालत करनेवाली हुकूमत रियासत में तरक़्क़ी नहीं करना चाहती है, बल्कि बेहिसाब पैसे खर्च कर उसके कमीशन का फाइदा लेना चाह रही है। उन्होंने इल्ज़ाम लगाया कि रियासत में प्राक्कलन घोटाले हो रहे हैं। ऐसी सूरत में रियासत कर्ज के बोझ तले दब रहा है।
रियासती हुकूमत ने तीन हजार करोड़ कर्ज लिया है, जबकि ये रकम को मरकज़ी हुकूमत खुद खर्च करना चाह रही थी, जो रियासत हुकूमत को मंजूर नहीं था।
साबिक़ वजीरे आला ने कहा कि वजीरे आला रहते जब उन्होंने रियासत हितके मुफाद में सख्त फैसला लिया, तो नीतीश कुमार को बर्दाश्त नहीं हो सका। गरीबों की बात करनेवाले नीतीश कुमार कभी उनके हिमायती नहीं हो सकते।