एस आई ओ के रियास्ती वफ़द की डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर से मुलाक़ात

हैदराबाद ३१ । मई : एस आई ओ के रियास्ती वफ़द जिस में बिरादर मुहम्मद मुजाहिद और सय्यद यूनुस शामिल थे ने डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर आंधरा प्रदेश दामोदर राज नरसिम्हा से मुलाक़ात की। उन्हों ने आंधरा प्रदेश के सरकारी मदारिस की तफ़सीलात से वाक़िफ़ करवाते हुए कहा कि पूरी रियासत में प्राइमरी तालीम की सूरत-ए-हाल इंतिहाई नाज़ुक है सरकारी मदारिस बुनियादी सहूलतों से आरी हैं जिसकी वजह से बड़ी तादाद ख़ानगी मदारिस का रुख कर रही है जिस में तालीम जैसे शोबा में हुकूमत का असर-ओ-रसूख़ कम होने के इमकानात हैं और ख़ुसूसन उर्दू मदारिस की इंतिहाई नाज़ुक सूरत-ए-हाल है।

असातिज़ा की कमी , इनफ़रास्ट्रक्चर और स्कूलों की अदमे मौजूदगी के सबब तक़रीबन हज़ारों तलबा-ए-ओ- तालिबात का तालीमी कैरियर ख़तरे में है । जारी साल अगर हाई स्कूलस की तादाद में ख़ातिर ख़वाह इज़ाफ़ा नहीं होता है तो इमकान है के हज़ारों तलबा-ए-ओ- तालिबात तर्क तालीम करने पर मजबूर होंगे और हुकूमत ने DSC 12 के मुताल्लिक़ जो आलामीया जारी किया है इस में भी उर्दू के साथ बड़ी नाइंसाफ़ी की है 21000 जायदादों में सिर्फ 1600 जायदादें उर्दू के लिए मुख़तस हैं। जबकि उर्दू मदारिस में तक़रीबन 6000 असातिज़ा की फ़ौरी ज़रूरत है। ।

डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर दामोदर राज नरसिम्हा ने इस सर्वे पर गहिरी दिलचस्पी का इज़हार किया और कहा कि हुकूमत उर्दू की तरक़्क़ी और बुनियादी तालीम की फ़राहमी की ज़िम्मेदार है। उन्हों ने कहा कि वो फ़ौरी मुताल्लिक़ा ज़िम्मेदारों से तफ़सीलात हासिल करेंगे और चीफ़ मिनिस्टर के साथ इस मौज़ू पर बात करेंगी।