एस एम एस इस्तिफ़ादा कुनुन्दगान की तादाद में नुमायां कमी

एस एम एस की तारीख़ का आग़ाज़ हुए 21 साल मुकम्मल होरहे हैं लेकिन पहली मर्तबा एस एम एस सरवेस से इस्तिफ़ादा कुनुन्दगान की तादाद में कमी देखी गई है ।

एस एम एस एक एसी ज़रूरत बिन गई कि लोग मल्टीनेशनल मुआमलतों से लेकर प्यार और मुहब्बत के इज़हार केलिए भी इस से भरपूर इस्तिफ़ादा किया करते हैं ।

दुनिया का सब से पहला एस एम एस 3 दिसमबर 1992 को एक मुख़्तसर से पयाम क्रिसमिस मुबारक के साथ पर्सनल कम्पयूटर से मोबाईल फ़ोन को रवाना किया गया ।

इस के बाद से एस एम एस ख़िदमात से इस्तिफ़ादा करने वालों की तादाद मुसलसल बढ़ते गई और आज दुनिया भर में तक़रीबन 4 बिलीयन लोग एस एम एस कररहे हैं लेकिन इस के आग़ाज़ के बाद से पहली मर्तबा एस एम एस ख़िदमात से इस्तिफ़ादा करने वालों की तादाद में कमी देखी गई है ।

बर्तानिया में पिछ्ले साल के ख़त्म तक 39.7 बिलीयन एस एम एस किए गए थे और इस साल ये तादाद 38.5 रिकार्ड की गई । इस तरह तक़रीबन एक बिलीयन से ज़ाइद कमी हुई है । दी एंडी पनडनट ने तहक़ीक़ाती रिपोर्ट की बुनियाद पर ये इत्तिला दी ।