हैदराबाद २८मई (सियासत न्यूज़) ऐस एससी के इम्तिहानात में इमतियाज़ी कामयाबी हासिल करने वाले उम्मीदवारों केलिए मेरिट एवार्ड्स तक़रीब का इनइक़ाद यहां उर्दू घर मग़लपोरा में अमल में आया जिस का एहतिमाम इक़बाल अलरहमन मैमोरियल सोसाइटी ने किया था। मेहमान ख़ुसूसी की हैसियत से डाक्टर हुस्न उद्दीन अहमद आई ए उसने तलबा-ए-ओ- तालिबात से मुख़ातब करते हुए उन्हें इंजीनीयरिंग / मैडीसन के इलावा दीगर शोबा जात में तालीम हासिल करने का मश्वरा दिया।
जनाब अहमद बशीर-उद-दीन फ़ारूक़ी रिटायर्ड डिप्टी एजूकेशनल ऑफीसर ने कहाकि हाल ही में 910 आई ए ऐस मुंतख़बउम्मीदवारों में 29 मुस्लमान हैं लेकिन आंधरा प्रदेश से एक भी तालिब-ए-इल्म का ताल्लुक़ नहीं। उन्हों ने तलबा-ए-ओ- तालिबात को सियोल सरवेस और आई ए इसके लिए तैय्यारी करने का मश्वरा दिया और फ़ार्म दाख़िल करने का मश्वरा दिया।
जनाब ज़िया उद्दीन नय्यर ने अपनी तक़रीर में आइन्दा सख़्त मेहनत करते हुए आला तालीम हासिल करने और ऊंचे ओहदे हासिल करने का मश्वरा दिया। सय्यद साबिर डायरैक्टर रहमानीह जूनियर कॉलिज ने कहा कि एस एससी के बाद तालिबात इंटरमीडीयेट के कॉलिज का सही इंतिख़ाब करी। इस मौक़ा पर उन्हों ने रहमानीह जूनियर कॉलिज के मक़ासिद बताते हुए दाख़िला के लिए पेशकश किया।
प्रोफ़ैसर मुहम्मद सुलेमान सिद्दीक़ी साबिक़ वाइस चांसलर उस्मानिया यूनीवर्सिटी ने अपनी सदारती तक़रीर में तलबा-ए-ओ- तालिबात को मश्वरा दिया कि आज का दौर इंटरनैट पर तालीम के साथ साथ हर किस्म के उलूम हासिल करने का है। उन्हों ने बताया कि आला से आला तालीम हासिल करके अंग्रेज़ी ज़बान पर महारत उबूर के साथ मसह बिकती दुनिया में कामयाबी हासिल की जा सकती है।
उन्हों ने एक मिसाल देते हुए बताया कि किस तरह एक लड़की जो पोस्ट ग्रैजूएट थी और टीचर के पोस्ट के लिए महिज़ ट्रेनिंग की अदम सहूलत के सबब नाअहल क़रार दी गई। आज ऐस एससी के इम्तिहानात के बाद निशानात ना रहने की वजह रैंक और फ़ीसद तनासुब क़ायम होगया। जनाब ख़लील अलरहमन ने ख़ौर मक़दम किया। अहमद इदरीस शरीफ़ ने निज़ामत की।
शाकिर हुसैन, हामिद शकील, जावेद, सुलतान अहमद कादरी, अबदुल्लाह ख़ान मुअल्लिम कन्वीनर ने आख़िर में शुक्रिया अदा किया। सुलतान अहमद कादरी, मस्तान मौजूद थी। इस मौक़ा पर 18 स्कूलस के 75 तलबा-ए-ओ- तालिबात मैं एवार्ड्स तक़सीम किए गए।