एस एससी नताइज में ग्रेड प्वाईंट काबुल तशवीश नहीं

हैदराबाद २८ मई (सियासत न्यूज़) हुकूमत तालीमी शोबा में हर साल कुछ ना कुछ तबदीलीयां लारही ही। इस सिलसिला की अहम कड़ी इस साल ऐस एससी के नताइज में कामयाबी पर डवीज़न फ़ीसद तनासुब, निशानात के बजाय ग्रेड और ग्रेड प्वाईंट दिए गई। इन नताइज के बाद क्या करें एक अहम मालूमाती समीनार इदारा सियासत और मुस्लिम एजूकेशनल डीवलपमनट फ़ोर्म के बाहमी इश्तिराक से महबूब हुसैन जिगर हाल में मुनाक़िद हुआ।

डाक्टर हबीबउल्लाह ने इस को मुख़ातब करते हुए कहाकि आज तबदीली, चैलेंज औरमुसाबक़त का दौर ही। तबदीलीयों के साथ इस में शाना बह शाना शामिल होकर तैय्यारी करें। चयालनज का सामना करें और इस के ज़रीया वो मुसाबक़त करसकते हैं। ऐस एससी के तलबा अपने रुजहान के मुताबिक़ मुस्तक़बिल की मंसूबा साज़ी करें ताकि वो कामयाब हो सकें।

जनाब अहमद उद्दीन चेयरमैन शाहजहां कॉलिज आफ़ ग्रुप ने सदारत की और अपनी सदारती तक़रीर में कहाकि बच्चा का मुस्तक़बिल घर से शुरू होता ही। वालदैन की भी बचा के दरख़शां मुस्तक़बिल साज़ी की अहम ज़िम्मेदारी ही। तालिब-ए-इल्म मैं ख़ुद एतिमादी पैदा करने पर ज़ोर दिया। टाइम मैनिजमंट की एहमीयत पर रोशनी डाली।

प्रोफ़ैशनल कोर्सेस के ज़रीया मुलाज़मतें भी आसानी से मिल जाती हैं। सरपरस्तों को मश्वरा दिया कि वो अपने बच्चा को कामयाब होने के साथ बेहतर मुस्तक़बिल को बनाने की सुई करें। एम ए हमीद कैरियर कौंसिलर सियासत ने कहाकि ऐस एससी में हुकूमत हर साल तबदीलीयां लारही ही। जम्बलिंग सिस्टम के बाद डवीज़न को ख़तन करके ग्रेड और निशानात दिए गए फिर अब निशानात भी ख़तन करदिए गए उस की जगह ग्रेड प्वाईंट का औसत दिया गया। इस से तलबा-ए-सरपरस्तों में जो तशवीश थी इस को दूर किया गया। इस के बाद कोर्सेस प्रोफ़ैशनल कोर्स एमसीट के बजाय NEET इमतिहान और दीगर ऐंटरैंस इम्तिहानात और कोर्स के बारे में बताया और मुख़्तलिफ़ कोर्स की तफ़सीलात पेश की।

जनाब अहमद बशीर-उद-दीन फ़ारूक़ी डिप्टी एजूकेशनल ऑफीसर रिटायर्ड ने ऐस एससी के बाद मुख़्तलिफ़ वोकेशनल कोर्सेस पाली टकनक और टकनीकल कोर्सेस की तफ़सीलात बताई। फ्लाइंग पायलट किया पट्टन अरूण सिन्हा ने मेहमान ख़ुसूसी की हैसियत सेतक़रीर करते हुए कहाकि आज मुसाबक़त का दौर है और हर तालिब-ए-इल्म में Talent होता ही। इस को पहचान कर उभारने की ज़रूरत है।

इस मौक़ा पर उन्हों ने सियोल एवीशन (शहरी हुआ बाज़ी) सनअत में बेशुमार मवाक़े की तफ़सीलात बताते हुए सामईन के किए गए सवालात का तश्फ़ी बख़श जवाब दिया। जनाब नईम अल्लाह शरीफ़ सदर मुस्लिम एजूकेशनल डीवलपमनट फ़ोर्म ने अपनी तक़रीर में कहाकि ऐसे कैरियर प्रोग्राम के इनइक़ादका मक़सद सही वक़्त पर तलबा-ए-ओ- तालिबात की रहबरी करता है। आज एस एस सीनताइज के बाद सरपरस्त हज़रात अपने बच्चों के लिए फ़िक्रमंद हैं उन्हें गाईड नस हासिल करके मुस्तक़बिल साज़ी की जा सकती है।

इस मौक़ा पर तलबा-ए-ओ- तालिबात सरपरस्त के कई सवालात के माहिरीन के तश्फ़ी बख़श जवाबात दिये। इदारा सियासत के तहत पायलट बनाई गई लड़की मस सिल्वा इस मौक़ा पर मौजूद थीं।

उन्हों ने अपनी कामयाबी की मंज़िलों को सामईन के सामने पेश करते हुए उन्हें हौसला बख्शा। जनाब अहमद बशीर-उद-दीन फ़ारूक़ी ने निज़ामत के फ़राइज़ अंजाम दिए और आख़िर में शुक्रिया अदा किया। मुहम्मद जावेद ने मुआवनत की। एम ए हमीद कैरियर कौंसल ने आख़िर में इन्फ़िरादी तौर पर शख़्सी कौंसलिंग की।