एस एस सी, किसी भी तालिब-ए-इल्म की ज़िंदगी का अहम मोड़ आमिर अली ख़ान

हैदराबाद । 6 नवंबर (सियासत न्यूज़) ऐस एससी का इमतिहान तालिब-ए-इल्म की ज़िंदगी में सब से ज़्यादा एहमीयत का हामिल है। इस में शानदार मुज़ाहरा किसी भी बचा के तालीमी रिकार्ड की बुनियाद होता है। इन ख़्यालात का इज़हार जनाब आमिर अली ख़ान न्यूज़ ऐडीटर सियासत ने ऐस एससी तेलगु कोइसचन बंक की रस्म इजराई अंजाम देते हुए किया।
इदारा सियासत के ज़ेर-ए-एहतिमाम महबूब हुसैन जिगर हाल में मुनाक़िदा जलसा रस्म इजराई को मुख़ातब करते हुए उन्हों ने कहा कि इन दिनों महिकमा पुलिस में तक़र्रुत का आलामीया जारी हुआ है और 22 हज़ार जायदादों पर भर्ती हुई। इस में 4 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात पर 800 ता 900 जायदादें सिर्फ़ मुस्लिम उम्मीदवारों केलिए मुख़तस हैं इस के लिए इंटरमीडीयेट कामयाब लड़के लड़कीयां जिन की उम्र 18 साल और 23 साल के दरमयान हो अहल हैं।
इस के लिए इदारा सियासत के ज़ेर-ए-एहतिमाम क़ुली क़ुतुब शाह स्टेडीयम में मुफ़्त ट्रेनिंग दी जा रही है। इस से बरवक़्त और भरपूर इस्तिफ़ादा पर ज़ोर देते हुए कहा कि वो अपने हलक़ा अहबाब में इस की तशहीर करें। ऐस एससी मैं तेलगु ज़बान को लाज़िमी क़रार देने के बाद ग़ैर तेलगु दां तलबा बिलख़सूस हैदराबाद के मुस्लिम तलबा इस में नाकाम होरहे थी। इस किताब की इशाअत का समरावर नतीजा बरामद होरहा है और तेलगु मैं तालिब-ए-इल्म अच्छे निशानात से कामयाब होरहे हैं।
इबतदा-ए-में जनाब अहमद बशीर-उद-दीन फ़ारूक़ी मॶज़फ़ डिप्टी एजूकेशनल ऑफीसर ने ख़ौरमक़दम करते हुए तेलगु कोइसचन बंक की तैय्यारी के साल 2008-ए-से इस की तफ़सीलात बताई और कहा कि तेलगु के असातिज़ा जनाब मुहम्मद रफ़ी बोस्टन मिशन हाई स्कूल और जाफ़र सादिक़ इक़रा मिशन हाई स्कूल की ज़ाती और ख़ुसूसी दिलचस्पी से ये किताब बड़ी अर्क़ रेज़ि से तैय्यार होकर मुफ़्त तक़सीम की जा रही है और ना सिर्फ इस किताब की मदद से तालिब-ए-इल्म कामयाब होरहे हैं बल्कि अच्छे निशानात हासिल कररहे हैं।
एक तालिब-ए-इल्म ने तेलगु मैं 96 निशानात हासिल करके मदीना गोल्ड मैडल हासिल किया। मेहमान ख़ुसूसी क़ारी अब्बू ज़फ़र अबदुलबासित (शिकागो) ने अपनी तक़रीर में दुनयवी तालीम के साथ दीनी तालीम बिलख़सूस कुरानी तालीमात के हुसूल पर ज़ोर दिया और कहा कि ये काम अमरीका में मुस्लिम नौजवान ग़ैरमुस्लिमों नौ मुस्लिमीन केलिए बख़ूबी अंजाम दे रहे हैं।
मुहम्मद मुनीर अहमद ने भी मुख़ातब किया। कैरीयर कौंसिलर एम ए हमीद ने निज़ामत के फ़राइज़ अंजाम दिये। इबतदा-में सफ़दरया हाई स्कूल और मॉडल स्कूल की तालिबात ने नाअत और दुआ को तरन्नुम के साथ पेश किया। इस मौक़ा पर मुख़्तलिफ़ स्कूलस के ज़िम्मा दारान, हैड मास्टर्स, जिन में काबिल-ए-ज़िकर मुहम्मद साजिद अली करसपानडनट इक़रा मिशन स्कूल मुहम्मद शाकिर अहमद बुस्टन मिशन हाई स्कूल, मुहम्मद मुईद, मास्टरमाइंड स्कूल, ताहिर फ़राज़, मुहम्मद हनीफ़ और दीगर मौजूद थे। तमाम तलबा को ये किताब मुफ़्त तक़सीम की जा रही है।