नई दिल्ली 16 मार्च: जेएनयू स्टूडेंटस यूनीयन सदर कन्हैया कुमार ने स्टूडेंटस के एहतेजाजी मार्च की क़ियादत की और इस मौके पर वज़ीर फ़रोग़ इन्सानी वसाइल स्म्रती ईरानी को तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए तालीमी इदारों को निशाना बनाने की बिना इस्तीफा का मुतालिबा किया।
कन्हैया कुमार उस वक़्त मुल्क से ग़द्दारी के मुक़द्दमा में ज़मानत पर हैं। उन्होंने जंतर मंत्र के क़रीब एहतेजाजियों से ख़िताब करते हुए कहा कि ईरानी हमें अपने बच्चे कहती हैं लेकिन उन्होंने कभी मेरी या रोहित की माँ से बात नहीं की। कन्हैया कुमार ने कहा कि वो ईरानी के इस बयान को मुस्तर्द करते हैं और तालीमी इदारों को जिस तरह मुसलसिल निशाना बनाया जा रहा है, उनसे इस्तीफा का मुतालिबा करते हैं।
जेएनयू के स्टूडेंटस पीएचडी स्कालरस उम्र ख़ालिद और अनीरबन भट्टाचार्य की रिहाई का मुतालिबा करते हुए पार्लियामेंट मार्च कर रहे थे। ये दोनों उस वक़्त मुल्क से ग़द्दारी के इल्ज़ामात पर अदालती तहवील में है। एहतेजाजियों को जंतर मंत्र के क़रीब पुलिस ने रोक दिया। कन्हैया कुमार ने कहा कि ईरानी ये कहती है कि वो स्कूल के बच्चों की माँ हैं, अगर एसा है तो ठीक है माताजी! क्या आपने मेरी या रोहित की माँ से बात करना मुनासिब समझा? क्या आपने उनसे रब्त क़ायम करते हुए कहा कि आपके बच्चों ने हो सकता है कुछ ग़लत हरकत की हो लेकिन मैं आपके साथ हूँ।
उन्होंने कहा कि मेरे साथ मेरी माँ को भी ग़द्दार बनाया जा रहा है। रोहित की माँ को भी ग़द्दार के तौर पर पेश किया जा रहा है। कन्हैया कुमार ने कहा कि आप आँसू बहा रही हैं लेकिन तुम्हारा ये रोना महिज़ एक दिखावा है। तुम्हारी आँसू मस्नूई है और तुम्हारी तक़रीर झूटी है। जेएनयू स्टूडेंटस यूनीयन सदर ने यूनीवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर की रिहाई का मुतालिबा किया।
उन्होंने कहा कि एक वज़ीर ये कहते हैं कि अगर आप स्टूडेंटस है तो सिर्फ तालीम पर तवज्जा दें। उन्होंने कहा कि हम तालीम हासिल करना चाहते हैं, आप एक वज़ीर हैं और आप हमारे साथीयों को रिहा कीजिए। हमें मुलाज़मत फ़राहम कीजिए। उन्होंने कहा कि हमसे कोई भी जंतर मंत्र आने या जेल जाने या ख़ुदकुशी करने में दिलचस्पी नहीं रखता। आप हमें ख़ुदकुशी के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने आरएसएस पर भी तन्क़ीद की और कहा कि स्टूडेंटस तंज़ीम के ख़िलाफ़ भी एहतेजाज कर रहे हैं। आरएसएस कहती है कि ग़द्दार जेएनयू में क़ियाम कर रहे हैं।
मोदी जी हम ग़द्दार नहीं। हम आरएसएस के ख़िलाफ़ लड़ रहे हैं। कन्हैया कुमार की तक़रीर के दौरान मुख़्तलिफ़ लोगें ने चार मर्तबा उन पर हमले की कोशिश की लेकिन स्टूडेंटस और पुलिस ने उसे नाकाम बनादिया और चारें को हिरासत में ले लिया गया।