ए ऐम यू कैंपस में नीतीश कुमार के बयानात से कांग्रेस ब्रहम

वज़ीर-ए-आला बिहार नीतीश कुमार ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी कैंपस के संग-ए-बुनियाद की तक़रीब में उन्होंने इस लिए शिरकत की क्योंकि कैंपस के लिए किशनगंज के नाम की तजवीज़ पेश करने वाले ख़ुद नीतीश कुमार ही थे।

किशनगंज रवांगी से क़बल अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सेंटर के लिए किशनगंज मुक़ाम की तजवीज़ उन्होंने ही पेश की थी। उन्होंने कहा कि सेंटर की तामीर मुकम्मल होने तक हुकूमत बिहार ने 224 एकड़‌ अराज़ी मुफ़्त फ़राहम की है जबकि तालीमी सरगर्मियों के लिए एक इमारत भी अलॉट की गई है।

यू पी ए सदर नशीन सोनिया गांधी नए सेंटर का संग-ए-बुनियाद रखेंगी। यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि हुकूमत बिहार ने वज़ीर फ़रोग़ इंसानी वसाइल पल्लम राजू से शिकायत की थी कि सेंटर के संग-ए-बुनियाद रखने की तक़रीब में बिहार को नुमाइंदगी से सिर्फ़ इस लिए महरूम रखा गया है क्योंकि सियासी वजूहात की बुनियाद पर सोनिया गांधी ऐसा नहीं चाहतीं जबकि अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी का कहना है कि हुकूमत बिहार को शिरकत का दावतनामा भेजा गया है।

कांग्रेस नीतीश कुमार के बयानात से ब्रहम है जबकि नीतीश कुमार को ये समझ लेना चाहिए कि उनकी हुकूमत कांग्रेस के चार एम एल एज़ की ताईद की मरहून-ए-मिन्नत है। दूसरी तरफ़ रियासती कांग्रेस नायब सदर प्रेम चंद मिश्रा ने भी अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस हाईकमान को नीतीश कुमार की जानिब से दिए गए अनाप शनाप बयानात से वाक़िफ़ करवाया गया है।

मिश्रा ने कहा कि गुजिश्ता दो रोज़ से नीतीश कुमार कांग्रेस के ख़िलाफ़ महाज़ आराई किए हुए हैं, जहां उन्होंने पार्टी को फ़सादियों की पार्टी और बुज़दिल कहा था। मिश्रा ने कहा कि हमारी ताईद पर खड़े हुए नीतीश कुमार अगर हमारी ही पीठ पर छुरा मारेंगे तो उनकी दोगली चाल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हाईकमान ही ये फ़ैसला करेगी कि नीतीश कुमार हुकूमत की मज़ीद ताईद की जाये या नहीं?