ए पी तंज़ीम जदीद बिल पर अमल आवरी का मुतालिबा

कांग्रेस के ज़ाइद अज़ 35 अरकाने पार्लियामेंट ने पार्लियामेंट हाउज़ के अहाते में गांधी जी के मुजस्समे के रूबरू मुज़ाहरा क्या। इन का मुतालिबा थाके तंज़ीम जदीद आंध्र प्रदेश क़ानून के तहत जिन मुराआत का एलान किया गया था उन पर फ़ौरी अमल आवरी की जाये। साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर-ओ-कांग्रेस के रुकन राज्य सभा ने कहा कि यके बाद दुसरे हुकूमतों का क़ियाम एक मुसलसिल अमल है और हुकूमतों के वादों को पूरा किया जाना चाहीए। उन्होंने कहा कि उस वक़्त के वज़ीर-ए-आज़म ने पोलावरम प्रोजेक्ट ख़ुसूसी ज़मुरा का मौक़िफ़ इक़तेसादी मुराआत और टैक्स असतसनी के अलावा राइलसीमा के चार अज़ला और शुमाली साहिली आंध्र के तीन अज़ला के लिए बुंदेलखंड तर्ज़ के पैकेज का वादा किया था। उन्होंने मुतालिबा किया कि इन तीक़नात पर फ़ौरी अमल किया जाये।

उन्होंने कहा कि राज्य सभा-ओ-लोक सभा में नुमाइंदगी करने वाले कांग्रेस के मुख़्तलिफ़ रियासतों के एम पिज ने इस मुज़ाहरा में हिस्सा लिया है। जे डी सेलम ने कहा कि उस वक़्त की यू पी ए हुकूमत ने तंज़ीम जदीद आंध्र प्रदेश में जो वादे किए थे उनके ताल्लुक़ से बी जे पी के सीनीयर लीडर्स को एतिमाद में लिया था। उन्होंने इस बात का इआदा किया कि हुकूमत की तरफ से किए गए वादों को पूरा किया जाना चाहीए।