हुकूमत आंध्र प्रदेश अगर अपने बर्क़ी शोबे को अज़ सर-एनौ बेहतर बनाना चाहती है और रियासत में सब के लिए बर्क़ी के निशाने को हासिल करना चाहती है तो उसे अपने ट्रांसमिशन में बेहतरी पैदा करनी चाहीए इस के अलावा डिस्ट्रीब्यूशन के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बेहतर् बनाने की ज़रूरत है। आलमी बैंक की एक स्टडी में ये बात बताई गई।
ये रिपोर्ट हिंदुस्तान के लिए तवानाई। डिस्ट्रीब्यूशन के चैलेंजस के उनवान से जारी की गई। इस में हिंदुस्तानी बर्क़ी शोबे का और इस के अहम उमूर का बर्क़ी कंपनीयों की कारकर्दगी और मआशी मुनासबत का जायज़ा लिया गया है।
इस स्टडी में सिफ़ारिश की गई हैके बर्क़ी पैदा करनेवाली कंपनीयों और रैगूलेटरस को सियासी मदाख़िलत से आज़ाद किया जाना चाहीए। इन में जवाबदेही के अमल को बढ़ाना चाहीए और इस शोबे में मुसाबक़त को फ़रोग़ देने की ज़रूरत है ताके ख़िदमात की फ़राहमी के मयार को बेहतर बनाया जा सके।