अपनी 700 साल के इतिहास के साथ , ग्रेट ब्रिटैन की ‘यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑक्सफ़ोर्ड’ अपना पहले विदेशी कैंपस फ्रांस में खोलने के बारे में विचार कर रही है । यूनिवर्सिटी को ब्रिटैन के यूरोपीय संघ से बहार निकलने के बाद , अपनी फंडिंग को जारी रखने के लिए इस कदम के बारे में सोचना पड़ रहा है, मीडिया की एक रिपोर्ट ने सोमवार को बताया ।
दुनिया का सबसे पुराना और सबसे प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान कथित तोर पर ब्रेक्सिट के फैसले के बाद अपनी फंडिंग को कायम रखने के लिए अनेक योजनाओ के बारे में सोच रहा है ।
‘द डेली टेलीग्राफ’ ने बताया की ‘ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी’ को बताया गया है की उनका कोई भी कैंपस जो फ्रांस में खोला जायेगा उसे क़ानूनी तोर पर फ्रांस का माना जायेगा और उसे यूरोपीय संघ से फंडिंग मिल पायेगी। योजना के अन्तर्गत ब्रिटिश विश्वविद्यालय अपने डिग्री पाठ्यक्रम और अध्ययन कार्यक्रमों को स्थानांतरित करेगा और संयुक्त डिग्री और अनुसंधान प्रयोगशालाओं का निर्माण करेगा।
ऑक्सफ़ोर्ड के प्रवक्ता ने कहा की उन्होंने अब तक इस बारे मे कोई भी निर्णय नहीं लिया है। “ऑक्सफ़ोर्ड शुरू से एक अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी रही है और हम आगे भी पूरी दुनिया के लिए अपने दरवाज़े खोल कर रखना चाहते हैं, चाहे भविष्य में कोई भी राजनितिक स्थिति हो”, प्रवक्ता ने कहा।
बीते हफ्ते फ्रांस के अधिकारी, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियो से पेरिस में एक ‘सॅटॅलाइट बेस’ बनाने के मामले में मिले थे ।