ऑटो का मुतबादिल बनेगी सिटी बस!

धनबाद 23 अप्रैल : ऑटो की तादाद में कमी के इंतेजामिया के फैसले के खिलाफ के एहतेजाज के दरमियान जेटीडीसी (झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) ने तमाम सिटी बस उतारने का फैसला लिया है। जेटीडीसी के मकामी मेनेजर सुरेंद्र मांझी का कहना है कि इंतेजामिया तावून करे तो ऑटो का मुतबादिल बनने को सिटी बस तैयार है। फिलवक्त शहर में 30 सिटी बस चल रही है।

दो से तीन दिनों में दस और सिटी बस सड़क पर उतारने की मंसुबबंदी है। कुछ नये रूट भी शामिल किये जायेंगे। सार्फीन को ऑटो से कम किराया भी देना होगा।

टेकओवर को लेकर 25 को रांची में अजलास
जेटीडीसी से टेकओवर मामले को लेकर 25 अप्रैल को रांची में अजलास होगी। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो मई से मुंसीपाल कार्पोरेसन के तहत बसों का ऑपरेटिंग होगा। जेएनएनयूआरएम के प्रोक्युरमेंट ऑफिसर आरएल दास ने कहा कि बसों का तबई तस्दीक कर रिपोर्ट हेडक्वार्टर भेज दी गयी है। 65 में 50 फीसद बसों की हालत ठीक नहीं है।

25 से 30 हजार रुपया फी बस पर खर्च किया जाये तो चलने लायक होगी। 25 की अजलास में ही टेकओवर से मुताल्लिक हतमी फैसला लिये जायेंगे। इधर जेटीडीसी के मकामी मेनेजर सुरेंद्र मांझी ने कहा कि गुज़िस्ता साल से ही बस टेकओवर की बात चल रही है। जब तक मुंसीपाल कार्पोरेसन नहीं टेक ओवर करता है जेटीडीसी के तहत ही बसों का ऑपरेटिंग होगा।

ऑटो मालिक और ड्राईवर सड़क पर उतरे

ऑटो मालिक और ड्राईवर ने ऑटो की छंटनी और अलग-अलग रूट परमिट जारी करने के इंतेजामिया के फैसले के खिलाफ तहरीक़ शुरू कर दिया है.
पीर को धनबाद जिला ट्रेकर मैजिक, मैक्सी, ऑटो आनर्स और ड्राईवर एसोसिएशन और धनबाद जिला डीजल टेंपो यूनियन ने रणधीर वर्मा चौक पर मुज़ाहरा किया और एह्तेज़ाज पर बैठे। चार नुकाती मुतालबा ख़त डीसी को दिया गया। यूनियन ने मांगे पूरी नहीं होने पर ऑटो का चक्का जाम करने की धमकी दी है।

हजारों लोग बेरोजगार होंगे

मुक़र्रिन ने कहा कि जिले के 12 रूटों पर सिर्फ 1650 ऑटो को ही इजाज़त देने का मुख़ालिफ़ करेगा। इंतेजामिया के इस फैसले से 10 हजार ऑटो बंद हो जायेंगे। हजारों खानदानों के सामने रोजी-रोटी का सवाल खड़ा हो जायेगा।

गरीबों को रोजगार देने के बजाय रोजगार छीनने की कोशिश की जा रही है। डीसी से अपील किया गया है कि जिले में तमाम सभी ऑटो को साबिक़ की तरह 25 किमी आपरेटिंग का परमिट दिया जाय।