गुजरात में बीजेपी के ख़िलाफ़ ऑटो वालों का अनोखा कैम्पेन,मुश्किलें बढ़ने की उम्मीद

गुजरात में जैसे जैसे चुनाव नज़दीक अ रहा है वेसे वेसे बीजेपी की मुश्किल बढ़ती जा रही है| पहले पाटीदारों का बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन और अब ऑटो वालों का अनोखा कैम्पेन| इस बार गुजरात में मोदी की लहर का असर कम होता दिख रहा है|

गुजरात में ऑटो चालकों ने भाजपा सरकार के खिलाफ अनोखा कैम्पेन चला कर अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं. अहमदाबाद की विभिन्न सडकों पर आपको ऑटो दिख जायेंगे जिसमें साफ़ साफ़ लिखा होगा  ‘कृपया हॉर्न धीरे बजाए क्योंकि सरकार हमारी पहले से बजा रखी हैं’|

ऑटो चालकों का विरोध महंगाई,नोट बंदी और जीएसटी को लेकर है|  ऑटो चालकों का कहना हैं की जिस महंगाई को खत्म करने के नाम पर भाजपा सत्ता में आई उसी महंगाई को उसने और बढ़ा दिया| ऑटो चालकों का गुस्सा सबसे ज़्यादा सीएनजी को लेकर हैं| उनका कहना है कि ‘सीएनजी गुजरात में ही बनता है, यहीं से सभी राज्यों में जाता है मगर गुजरात के ऑटो चालक ही 50 रुपए के भाव से सीएनजी अपने ऑटो में डलवाते हैं’| वहीँ बाकी राज्यों में सीएनजी गुजरात की मुकाबले में सस्ता है|

वही ऑटो वालों का कहना है कि नोट बंदी में अपने पैसे के लिए ही बैंक की लाइन में खड़ा होना पड़ा वह भी 4 हजार रूपए के लिए| उनका कहना है कि यह नोटबंदी देश में कालाधन वापिस लाने के लिए की गयी| लेकिन लगता है वो सारा कालाधन अमित शाह के बेटे के कंपनी में अ गया| नोट बंदी और जीएसटी के बाद भी जय शाह के कंपनी में इतने पैसे कहाँ से आए| गुजरात और केंद्र में बैठी भाजपा सरकार इसका जवाब दे|

 

शरीफ उल्लाह