घर बैठे अशीया की ख़रीद-ओ-फ़रोख़त और ऑनलाइन शॉपिंग का फ़ैशन इन दोनों उरूज पर है। पसंदीदा अशीया का मुशाहिदा और ख़रीदारी के अलावा अपनी अशीया को फ़रोख़त करने का भी आसान ज़रीया ऑनलाइन मार्केटिंग तसव्वुर किया जा रहा है ताहम जैसी सहूलयात वैसी मुसीबत के मिस्दाक़ ऑनलाइन मार्केटिंग में भी धोका दही के वाक़ियात मंज़रे आम पर आने लगे हैं।
टेलीविज़न इश्तिहारात इंटरनेट शॉपिंग मिनटों और सेकंडस में अपनी अशीया को फ़रोख़त करना और अशीया की ख़रीदारी को आसान कर दिया गया है ताहम इस मरहले में ख़रीद-ओ-फ़रोख़त से पहले एहतियात लाज़िम होगया है चूँकि मुशाहिदा और राबिता फिर तबादला इस दरमयान धोका किस तरह दाख़िल होजाता है उसकी जांच में अक्सर शहरी धोका दही का शिकार होरहे हैं।
एक तरफ़ ऑनलाइन मार्केटिंग से मार्किट के दूकानदार परेशान हैं तो दूसरी तरफ़ शहरी सहूलत की आस में धोका दही का शिकार होरहे हैं। ऑनलाइन के ज़रीये अशीया को फ़रोख़त करने की कोशिश के दौरान लंगर हउज़ इलाके में एक सार्क को पुलिस ने गिरफ़्तार करलिया जो मस्रूक़ा अशीया को एक मुमताज़ साईट के ज़रीये फ़रोख़त करने की कोशिश कररहा था।
पुलिस ने इस साईट की निशानदेही करते हुए पहले उसकी तसदीक़ करए और फिर शिकायत गुज़ार के जवाब से मुतमइन होकर एक के बाद दुसरे और इस के साथी सारक़ैन दोनों को गिरफ़्तार करलिया।
पिछ्ले रोज़ एक कार्रवाई के दौरान इन सार्कों ने सरका का इन्किशाफ़ किया सरका भी इन सार्कों ने ऑनलाइन मार्केटिंग वाले शख़्स सुर्यकांत के मकान में किया था जो मुग़ल का नाला इलाके का साकिन है। सार्कों में सुर्यकांत सोनी 23 साल और रामफाल विक्रम 23 साल ने सुर्यकांत के मकान से क़ीमती इलेक्ट्रॉनिक अशीया का सरका करलिया था ताहम इन दोनों ने जो टाईब चुराया था उस को एक मार्केटिंग साईट ओ एल एक्स पर फ़रोख़त करने की कोशिश कररहे थे कि लंगर हउज़ पुलिस इंस्पेक्टर मुहम्मद जाविद फ़ौरी चौकस होगए और शिकायत गुज़ार को तलब करने के बाद पहले ऑनलाइन पर मौजूद इस टाईब की तस्वीर को दीखाया गया और जब शिकायत गुज़ार ने उसकी तसदीक़ करदी कि ये टाईब उसी का है लंगर हउज़ पुलिस ने जाल बिछा कर मंसूबा बंद तरीके से दोनों को गिरफ़्तार करलिया और उन के क़बजे से मस्रूक़ा सामान को ज़बत करलिया।
इंसपेक्टर ने अवाम को मश्वरह दिया कि वो ऑनलाइन साईट के ज़रीये ख़रीद-ओ-फ़रोख़त के दौरान उस की तसदीक़ करलीं कि आया उस शख़्स के पास ख़रीदारी का कोई सबूत जैसे बिल कयाश बिल-ओ-दुसरे दस्ताविज़ात हैं या नहीं उस की तसदीक़ के बाद ख़रीदारी अंजाम दें तो धोका दही का ख़तरा नहीं होता बसूरत-ए-दुसरे मस्रूक़ा अशीया की ख़रीदी काफ़ी मसाइल और नुक़्सान के अलावा और कुछ नहीं है। सिटी पुलिस ने लंगर हउज़ वाक़िये के इन्किशाफ़ के बाद अपनी ऑनलाइन ख़िदमात में चौकसी इख़तियार करली है और इमकान हैके बहुत जल्द इस ताल्लुक़ से भी पुलिस के रहनुमायाना ख़ुतूत जारी करदिए जाऐंगे।