“ऑपरेशन चक्रव्यूह”: ISIS को हिंदुस्तान में घुसने से रोकेगा

नई दिल्ली: दहशतगर्द तंज़ीम इस्लामिक स्टेट हिंदुस्तान में पैर पसारता जा रहा है। ऐसे में हिंदुस्तान ने आईएस को रोकने के लिए खाका तैयार कर लिया है। मरकज़ी होम सेक्रेटरी एलसी गोयल ने 12 रियासतो के होम सेक्रेट्रीज और पुलिस चीफ से आईएसआईएस पर लगाम लगाने के लिए चर्चा की। इस दौरान ऑपरेशन चक्रव्यूह चलाने पर मरकज़ और रियासत में रज़ामंदी बनी है। गोयल ने रियासतों से कहा है कि वे आईबी के अलर्ट को हल्के में कतई न लें। क्योंकि खुफिया एजेंसियां काफी छानबीन और वज़ारत ए दाखिला से राबिता के बाद ही कोई अलर्ट जारी करती हैं।

होम सेक्रट्री गोयल जल्द ही क़ौमी सलामती सलाहकार अजीत डोभाल के साथ ऑपरेशन चक्रव्यूह का ब्लूप्रिंट तैयार करेंगे।

******ऑपरेशन चक्रव्यूह क्या है*********

1. सर्च इंजन पर नजर रखेगी साइबर पुलिस: सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए साइबर पुलिस को ऐक्टीव किया जाएगा। खासतौर से सर्च इंजन पर नजर रखेंगे। अगर कोई शख्स या नौजवान जुनूनी सोच से जुडता है। किसी ट्वीट को री-ट्वीट करता है। या उसे शेयर करता है। तो उस तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी और फिर वालिदैन को बताया जाएगा और अगर नहीं मानेंगे तो गिरफ्तारी होगी।

2.कम्युनिटी निज़ाम को मजबूत करना: आईएस जैसी तंज़ीम नौजवानो को मुतास्सिर करते हैं। इस वजह से मदरसों-मस्जिदों के बडे मौलानाओं और सामाजी सरपरस्तों को पुलिस निज़ाम से जो़डा जाएगा। उन्हें आईएस की करतूतें बताएंगे। नौजवानो को समझाएंगे। इसके लिए मुकामी पुलिस और मुकामी खुफिया एजेंसियां खास किरदार निभाएंगे।

3 मुश्तबा लोगों पर रखी जाएगी नजर: सिमी और इंडियन मुजाहिदीन के भगोडों को पकडेंगे। कश्मीर में अलहैदगी पसंद लीडरों और दिगर कट्टरपंथियों पर नजर रखेंगे। सरहद पार के फोन कॉल्स की निगरानी होगी। किसी इलाके में नए शख्स और किसी के एकाएक रईस होने की इत्तेला मुकामी पुलिस ऑर्डिनेशन बोर्ड को देगी।

***********अमेरिकी मीडिया का दावा**********

एक अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि आईएसआईएस हिंदुस्तान पर हमले की तैयारी कर रहा है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी नौजवनओ की तरफ से बार-बार आईएसआईएस और दूसरे दहशतगर्द तंज़ीमो के पर्चम लहराने के मामले सामने आ रहे हैं।

बैठक में इन तंज़ीमो के पर्चम लहराए जाने के वाकियात के अलावा दिगर कई मुद्दों पर भी संजीदगी से चर्चा हुई है।

मुल्क के 12रियासतों में आईएसआईएस से जुडी सरगर्मियों में तेजी आई है। हर रोज 133 नौजवान आईएस की सोच से मुतास्सिर हो रहे हैं। इससे सिमी व इंडियन मुजाहिदीन जैसे तंज़ीमो को भी नई ताकत मिल रही है।