ऑस्ट्रेलिया केख़िलाफ़ हिंदूस्तान की शानदार कामयाबी

कप्तान महिन्द्र सिंह धोनी की तरफ़ से आख़िरी ओवर में लगाए गए शानदार छक्के के नतीजा में हिंदूस्तानी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को आज चार विकेट से शिकस्त देते हुए मेज़बान टीम के ताक़तवर क़िला को मुसख़्ख़र कर लिया । इस तरह तीन क़ौमी वंडे सीरीज़ में हिंदूस्तान ने मेज़बान मुल्क को शिकस्त फ़ाश से दो-चार किया।

तीन क़ौमी सीरीज़ में हिंदूस्तान की ये दूसरी और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पहली कामयाबी है। गौतम गंभीर के 92 रन और कप्तान महिन्द्र सिंह धोनी की चुस्त बैटिंग ने हिंदूस्तान को कामयाबी केलिए ऑस्ट्रेलिया की तरफ़ से मुक़र्रर करदा 270 रन का हदफ़ मुकम्मल करने में मदद की।

हिंदूस्तानी टीम को आख़िरी ओवर में अपनी कामयाबी केलिए 13 रन दरकार थे और कप्तान धोनी ने ज़िम्मा दाराना बैटिंग करते हुए अपनी टीम को कामयाबी से हमकनार किया । वो 44 रन बनाकर नाट आउट रहे । उन्हों ने आख़िरी ओवर में कामयाबी की बुनियाद शानदार छक्का लगाते हुए रखी जिस के बाद हिंदूस्तान ने बह आसानी निशाने को हासिल किया जबकि इस के पास चार खिलाड़ी और दो गेंदें बाक़ी थे । क्लाइंट मुक आज ऑस्ट्रेलिया के कामयाब तरीन बौलर साबित हुए जिन्हों ने 53 रन के बदले तीन विकेट हासिल किया लेकिन आख़िरी ओवर में एक नौ बाल डालते हुए हिंदूस्तानियों को राहत भी पहुँचाई ।

गौतम गंभीर श्रीलंका के मुक़ाबिल नहीं खेल सके थे और हिंदूस्तान की रोटेशन पॉलीसी के मुताबिक़ सचिन को मौक़ा दिया गया था , आज मौक़ा मिलने पर बाएं हाथ के खिलाड़ी गंभीर ने शानदार बैटिंग के ज़रीया हिंदूस्तान के लिए कामयाबी की ताक़तवर बुनियाद रखी । उन्हों ने ओपनर वीरेंद्र सहवाग (20) के पहली विकेट केलिए शानदार रिफ़ाक़त निभाई जबकि तीसरी विकेट की रिफ़ाक़त में रोहित शर्मा (33) के साथ 52 रन बनाया ।

सुरेश रावना ने 30 गेंदों का सामना करते हुए 38 रन बनाया और धोनी 44 रन बनाकर नाट आउट रहे । खेल का आख़िरी ओवर इंतिहाई दिलचस्प रहा जब हिंदूस्तान को कामयाबी केलिए 13 रन दरकार थे और धोनी ने मुक के की सवोइंग गेंद पर शानदार छक्का लगा दिया और ये भी इत्तिफ़ाक़ था कि इस के फ़ौरी बाद डाली जानेवाली गेंद को नौ बाल क़रार दिया गया जिस से हिंदूस्तान को मज़ीद आसानी हो गई ।

ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले बैटिंग करते हुए 268 रन बना सकी और हिंदूस्तान ने इस मुल्क में अपने लिए ये अब तक के सब से बड़े हदफ़ को पूरा किया । क़बल अज़ीं 1986 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ ब्रिस्बेन में खेले गए मैच में इस केलिए सब से बड़ा निशाना 263 रन था । 2008 मैं हिंदूस्तान ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 242 रन के हदफ़ को बेहतरीन अंदाज़ में पूरा किया था । 47 वें ओवर में सुरेश रावना के आउट होने तक हिंदूस्तान का मौक़िफ़ इत्मीनान बख़श था ।

बादअज़ां आख़िरी तीन ओवर्स में हिंदूस्तान को कामयाबी केलिए 27 रन दरकार थे जो आख़िरी दो ओवर्स में 17 रन हो गए । ताहम आख़िरी ओवर इंतिहाई सनसनीखेज़ था जिस में मेहमान टीम को कामयाबी केलिए 13 रन दर का थे । क़ब्ल अज़ीं ज़ेवेइर डोहरती ने एक तबाहकुन ओवर डालते हुए सिर्फ चार रन देकर रवेनदराजडेजा (12) का विकेट लिया जिन्हें कैच आउट किया गया ।