हैदराबाद । 4 दिसंबर (एन ऐस ऐस) सैंटर्ल ब्यूरो आफ़ इनवेसटीगीशन (सी बी आई) ने ओबलापोरम कानकनी एस्काम पर आज नामपली में वाक़्य सी बी आई की ख़ुसूसी अदालत में चार्ज शीट दाख़िल की। मालूम हुआ है केसीनीयर आई ए ऐस ओहदेदार सिरी लक्ष्मी के नाम का इस चार्ज शीट में तज़किरा किया गया है। कहा जा रहा है केउन के नाम को इस लिए शामिल नहीं किया गया क्योंकि हुकूमत की जानिब से इस के लिए इजाज़त अभी देनी है।
सी बी आई के ओहदेदार 1100 सफ़हात पर मुश्तमिल ज़ख़ीम चार्ज शीट को दस सन्दूकों में अदालत में ले आई। इन बॉक्सस को सख़्त सीकोरीटी के दरमयान लाया गया। ये मालूम हुआ कि कर्नाटक के साबिक़ वज़ीर गाली जनार्धन रेड्डी, ओ एमसी एम डी बीवी वे सरीनवास रेड्डी और साबिक़ माइनिंग डायरैक्टर राजगोपाल के ख़िलाफ़ इल्ज़ामात आइदकिए गए हैं। ये चार्ज शीट 100 सफ़हात में है जबकि माबक़ी सफ़हात स्पोर्टिंग दस्तावेज़ात हैं।
सी बी आई ने गाली जनार्धन रेड्डी के ख़िलाफ़ गै़रक़ानूनी कानकनी का इल्ज़ाम आइदकिया है। इस ने इल्ज़ाम आइद किया कि साबिक़ वज़ीर ने सिर्फ एक ही मुक़ाम पर कानकनी की इजाज़त हासिल की थी जबकि उन्हों ने दूसरे मुक़ाम पर मादनियात के हुसूलके लिए खुदाई की। ये भी कहा गया कि जनार्धन रेड्डी की ओबलापोरम माइनिंग कंपनी से 34 लाख टन लोहे की कचधात को बरामद किया गया, जिस में 29 टन को गै़रक़ानूनी तौर पर मुंतक़िल किया गया।
सी बी आई के ओहदेदारों ने कंपनी को दिए गए परमिट्स, सटीलाईट पिक्चर्स और कस़्टम़्स और दीगर ओहदेदारों के ब्यानात दाख़िल कि।