ओबामा और बुश का ग्रांऊड ज़ीरो पर महलोकीन को ख़राज

अमरीका पर ताज़ा हमले की धमकीयों के साय में 9/11 दहश्तगर्द हमलों की 10 वीं बरसी
सख़्त तरीन चौकसी के दरमयान न्यूयार्क और दीगर शहरों में दुआइया इजतिमाआत आलमी सतह पर यादगार तक़ारीब का एहतिमाम
न्यूयार्क /11 सितंबर (राइटर्स) अमरीकीयों के लिए आज इतवार का दिन 11 सितंबर 2001 -ए-की होलनाक याद का दिन था, जहां दस साल क़बल अग़वा करदा तय्यारों को जुड़वां टावर्स से टकराकर दहश्तगर्द हमले किए गए थे, जिस में तक़रीबन तीन हज़ार अफ़राद हलाक हुए थे। न्यूयार्क और वाशिंगटन में ला अनफ़ोरसमनट अथार्टीज़ ने अमरीका पर ताज़ा हमला करने अलक़ायदा की धमकी की ग़ैर मुसद्दिक़ा इत्तिला के बावजूद सख़्त चौकसी इख़तियार की थी। वर्ल्ड ट्रेड सैंटर के जुड़वां टावर्स पर दस साल क़बल जो वाक़िया पेश आया था, इसी तरह की कार्रवाई की एक और धमकी दी गई थी। मैनहटन में ख़ुसूसी तौर पर सैक्योरिटी इंतिज़ाम किया गया था, जहां पुलिस ने शहर की सड़कों पर चैकिंग करनेवाली गाड़ियां ठहराई थी। शहर को आने वाले रास्तों, पलों और ज़र-ए-ज़मीन रास्तों पर भी चौकसी बरती गई। सदर अमरीका बारक ओबामा और साबिक़ सदर जॉर्ज डब्लयू बुश ने जो दस साल पहले हमला के वक़्त अमरीका के सदर थे, न्यूयार्क में ग्रांऊड ज़ीरो पर मुनाक़िदा दुआइया इजतिमा में शिरकत की। महलोकीन के पसमानदगान से मुलाक़ात करके उन्हें पुर्सा दिया गया। हमलों में इस्लामी दहश्तगर्द ग्रुप के 19 अफ़राद ने तय्यारों का अग़वा करते हुए उन्हें जुड़वां टावर्स और वाशिंगटन के बाहर पनटगान से टकराया था। इन हमलों की याद में सदर अमरीका ओबामा ने इन तमाम तीनों मुक़ामात का दौरा किया। ओबामा ने अपने हफ़तावारी रेडीयो और इंटरनैट ख़िताब में कहा कि हमारी फ़ौज और हमारी एन्टुली जिन्स, ला अनफ़ोरसमनट और होमलैंड सैक्योरिटी अमले की अनथक कोशिशों की वजह से ही बिलाशुबा आज अमरीकी शहरी दहश्तगर्दी के ख़तरात से महफ़ूज़ हैं। अमरीका ने अलक़ायदा को शिकस्त के दहाने पर पहुंचा दिया है। अमरीकी फ़ौज ने गुज़श्ता मई में पाकिस्तान के ऐबट आबाद में अलक़ायदा के लीडर उसामा बिन लादन को हलाक किया था। न्यूयार्क ग्रांऊड ज़ीरो पर मुनाक़िदा तक़रीब में महलोकीन की याद में ख़ामोशी मनाई गई। जॉर्ज बुश ने जो इक़तिदार से हटने के बाद अवामी तक़ारीब से दूर रह रहे थे, आज सुबह अमरीका पर हमले की याद मनाने वाली तक़रीब में शिरकत की। न्यू जर्सी के गवर्नर चियर्स चीरसटे ने हमलों में हलाक अफ़राद की याद में तामीर करदा इमारतों का इफ़्तिताह किया। लीबर्टी स्टेट पार्क में ये यादगार मनाई गई। आलमी सतह पर भी टोकीयो से सिडनी तक अक़्वाम ने अमरीका के इस ग़म में शामिल होते हुए महलोकीन को ख़राज पेश किया। हिंदूस्तानी नज़ाद सर्जन जान मेथाई ने, जो दस साल पहले अपने छोटे भाई से महरूम हुए थे, कहा कि अब तक हम ने कई साल देखे हैं, लेकिन हमारे लिए गुज़श्ता दस साल की ज़िंदगी तकलीफ़देह रही है। हमारे भाई की मौत हमारे लिए नाक़ाबिल तलाफ़ी नुक़्सान है। न्यू जर्सी के एक और शहरी अर्जुन मीर पूरी ने कहा कि इन का तीस साला नौजवान बेटा भी महलोकीन में शामिल था। पहली मर्तबा आलमी सतह पर मनाई जाने वाली अमरीका पर हमलों की याद में अमरीकी सफ़ीर बराए न्यूज़ीलैंड डेविड हेब्बर वन ने कहा कि महलोकीन की याद में सोग मनाने आज का दिन एहमीयत का हामिल है। वज़ीर-ए-ख़ारजा आस्ट्रेलिया कियून रौद और उन के फ़्रांसीसी हम मंसब ऐलन जोपे ने आस्ट्रेलिया में जंगी यादगार पर फूल माला पेश करते हुए ख़राज पेश किया। जापान, जुनूबी कोरिया, पाकिस्तान के इलावा दीगर ममालिक में भी अमरीका पर हमलों की याद मनाई गई।