माकपा की पोलित ब्यूरो मेम्बर वृंदा करात ने कहा कि 24 जनवरी को अमेरिकी सदर का मुखालिफत पूरे मुल्क सतह पर किया जाएगा। यह पहली बार है, जब मुल्क में अवाम का सबसे बड़ा मुखालिफत अमेरिकी सदर यौमे जम्हूरिया के दिन पर मदउ किए गए हैं। इनका पुरजोर मुखालिफत किया जाएगा। इस मुद्दे पर सभी वामदल एकजुट हैं।
वृंदा रांची में इंतिख़ाब की जायजा करने आई थीं। समीक्षा के बाद वह मंगल को सहाफ़ियों से बातचीत कर रही थीं। कहा कि कोयला ट्रेड यूनियनों की हड़ताल तारीख़ी है। मजदूरों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि इसमें तमाम यूनियन शामिल हैं। मुल्क की नई हुकूमत काले सोने का भी निजकारी करना चाहती है। यह हुकूमत आवाम और मजदूर मुखालिफत साबित हो रही है। हुकूमत के खिलाफ यह सबसे बड़ी हड़ताल है। उन्होंने सिल्ली-राहे में हो रही जेएमएम कारकुनान की कत्ल के पीछे आजसू का हाथ होना बताया। कहा, हत्यारों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हुकूमत को इम्तियाज़ी सुलूक नहीं करना चाहिए।
करात ने कहा कि पीएम एक तरफ कहते हैं कि आदिवासियों की जमीन नहीं ली जाएगी और दिल्ली पहुंचते ही अध्यादेश आ जाता है। ऐसे में आदिवासियों की जमीन की हिफाजत कैसे होगी, इसके लिए रियासती हुकूमत में उनके लिए एक अलग से उजरा होना चाहिए। मौके पर रियासती सेक्रेटरी गोपीकांत बख्शी और प्रकाश विप्लव ने भी अपनी बात रखी।