एक रिपोर्ट में यह सामने आया है कि तकरीबन 39 हजार मुस्लिमों शरणार्थियों ने साल 2016 में अमेरिका में शरण ली। यह रिपोर्ट ऐसे समय पर आया है जब ट्रंप सरकार ने 90 दिनों तक के लिए मुस्लिम देशों के आने वाले शरणार्थियों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
प्यू रिसर्च सेंटर के विश्लेषक जेन्स मैनुएल क्रॉस्ड और जेन्हा रेडफोर्ड ने बताया कि साल 2016 के सितंबर महीने के अंतिम समाप्त में 84,995 शरणार्थी ने अमेरिका मे प्रवेश किया, जो कि ओबामा प्रशासन के दौरान दिए गए शरण में सबसे अधिक है। अमेरिकी विदेश विभागों के शरणार्थी प्रोसेसिंग सेंटर के आंकड़ों पर आधारित इस सोध में यह भी सामने आया है कि एक अक्टूबर से 24 जनवरी के बीच अमेरिका में 31,143 शरणार्थियों को प्रवेश मिली। इसमें वे 1,136 शरणार्थी भी शामिल हैं जो 20 जनवरी को ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद आए।
जेन्स मैनुएल क्रॉस्ड और जेन्हा रेडफोर्ड ने बताया कि साल 2016 के वित्त वर्ष में लगभग 39,000 मुस्लिम शरणार्थियों ने अमेरिका में प्रवेश किया। वहीं मुसलमानों के इस आकड़े की तुलना में लगभग 46 फीसद ईसाई शरणार्थियों को अमेरिका में प्रवेश किया। शोधकर्ताओं ने यह आकड़ा वाशिंगटन टाइम्स के हवाले से दिया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी जनता ने इससे पहले शायद ही कभी इतनी भारी संख्या में शरणार्थियों को शरण दिया है। अक्टूबर 2016 में 54 फीसद पंजीकृत मतदाताओं ने कहा था कि अमेरिका सीरिया से आए शरणार्थियों को स्वीकार करने के लिए बाध्य नहीं है, जबकि 41 फीसदी लोगों ने कहा था कि ऐसा किया जाना चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले एक दशकों में अमेरिका के सार्वजनिक जनमत सर्वेक्षणों से पता चलता है कि अमेरिकियों ने भारी संख्या में युद्ध और उत्पीड़न से भागे शरणार्थियों को अपने देश में स्वीकार कराने का विरोध किया। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे ज्यादा शरणार्थियों की संख्या लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो (16370) से आया। उसके बाद सीरिया (12587), बर्मा (12347), इराक (9880) और सोमालिया (9020) से आया है।