ओमा भारती से चंद्रबाबू नायडू,चन्द्रशेखर राव ने की मुलाकात

नई दिल्ली 22 सितम्बर: आंध्र प्रदेश ने तेलंगाना पर इल्ज़ाम लगाया कि वो दरयाए कृष्णा पर दो आबपाशी प्रोजेक्ट्स गै़रक़ानूनी तौर पर तामीर कर रहा है जिससे इस (एपी) के मौजूदा आबपाशी प्रोजेक्टस पर बदतरीन असरात होंगे। लेकिन तेलंगाना ने एपी के इस इल्ज़ाम को ग़लत-ओ-बे-बुनियाद क़रार देते हुए मुस्तर्द कर दिया।

मर्कज़ी वज़ीर आबी वसाइल ओमा भारती की सदारत में मुनाक़िदा अपेक्स कौंसिल के मीटिंग में आंध्र प्रदेश ने पड़ोसी तेलुगू रियासत तेलंगाना पर ये इल्ज़ामात लगाया। इस मीटिंग में एपी के चीफ़ मिनिस्टर एन चंद्रबाबू नायडू और उनके तेलंगाना के हम मन्सब के चन्द्रशेखर राव‌ ने शिरकत की। दौरान मीटिंग आंध्र प्रदेश ने कहा कि तेलंगाना के दो नए प्रोजेक्टस पालामोरो रंगा रेड्डी और डंडी आबपाशी स्कीमात दरअसल 2014 के आंध्र प्रदेश तंज़ीम जदीद क़ानून की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए तामीर किए जा रहे हैं।

एपी ने कौंसिल से मुतालिबा किया कि इन प्रोजेक्टस को मंज़ूरी तक रोक दिया जाये।तेलंगाना ने कहा कि साबिक़ा मुत्तहदा रियासत आंध्र प्रदेश में ये दोनों प्रोजेक्ट्स शुरू किए गए थे चुनांचे उनसे किसी क़ानून की ख़िलाफ़वरज़ी नहीं हुई है।

ओमा भारती ने कहा कि आबी तास में पानी की मौजूदगी का जायज़ा लेने के लिए दोनों रियासतों के इंजीनियर्स और मर्कज़ी वज़ारत आबी वसाइल के चंद आला आफ़िसरान पर मुश्तमिल एक मुशतर्का कमेटी तशकील दी जाएगी। ये कमेटी पानी की मौजूदगी के बारे में ट्रब्यूनल को रिपोर्ट रवाना करेगी जिसकी बुनियाद पर दोनों रियासतों के लिए पानी की तक़सीम-ए-अमल में आएगी।