नई दिल्ली| देशद्रोह के आरोपी जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद को मारने के लिए जेएनयू में भेजी गई पिस्टल को खरीदने के पीछे नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी का मकसद कुछ और था। पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच में सामने आया है कि अमित ने मुजफ्फरनगर उपचुनाव के दौरान आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी को जान से मारने की साजिश रची थी। इसके लिए उसने 9एमएम की दो पिस्टल और 32 बोर की एक पिस्टल मुजफ्फरनगर से सितंबर 2015 में खरीदी थी।
मुजफ्फरनगर उपचुनाव में ओवैसी अपने प्रत्याशी का चुनाव प्रचार करने के लिए जाने वाले थे। लेकिन उनके प्रत्याशी ने चुनाव पूर्व अपना नाम वापस ले लिया था जिसके कारण ओवैसी का मुजफ्फरनगर जाने का दौरा रद हो गया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उन्हीं पिस्टल को उसने जेएनयू में कन्हैया कुमार और उमर खालिद को मारने के लिए भेजा था। उसने जेएनयू के कुछ छात्रों से संपर्क किया और उन्हें पहले 9एमएम की दो पिस्टल भेजी और फिर 14 अप्रैल को एक और पिस्टल भेजने का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने सूचना मिलने पर बरामद कर लिया।
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