मुजफ्फरनगर: जैसे जैसे यूपी चुनाव की घड़ी नज़दीक आ रही वैसे वैसे सियासी पार्टियां अपनी रणनीति में धार देना शुरु कर दिया है। इसी कड़ी में एआईएमआईएम पश्चिमी यूपी में खास तवज्जो दे रही। खबर है एआईएमआईएम निकटवर्ती शामली जिले में कैराना से शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार अभियान शुरू करेगी।
पार्टी प्रवक्ता शादाब चौहान ने कल शाम शामली में कहा कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी अपने पार्टी उम्मीदवार के समर्थन में 13 जनवरी को एक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। इससे पहले भी पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए कैराना विधानसभा सीट से मसीउल्लाह समेत अपने 11 उम्मीदवारों की एक सूची जारी की है। पश्चिमी यूपी यूपी की सियासत में अहम किरदार अदा करता है। जाटों और मुस्लिम आबादी से घिरा पश्चिमी यूपी का वोट हर पार्टी अपने पाले में लाने की कोशिश करती है।
एमआईएम की निगाह मुस्लिम वोटरों पर है। औवेसी की रणनीति को समझे तो वो समाजवादी पार्टी से नाराज मुस्लिम वोटरो को अपने पाले में लाना चाहती है। और इसी रणनीति के तहत पार्टी में पश्चिनी यूपी में खासा तवज्जों दे रही है। माना जाता है मुज्जफरनगर दंगो के बाद पश्चिमी इलाके मुसलमान सपा से नाराज है
शादाब चौहान का कहना है कि पिछड़े वर्गों एवं दलितों समेत समाज के वंचित तबकों संबंधी मुद्दे उठाएगी। इस बीच मुजफ्फरनगर जिला अधिकारियों ने 11 फरवरी को पहले चरण के तहत छह विधानसभा क्षेत्रों में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सुरक्षा इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं।
इस बीच शहर के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि अद्र्धसैन्य बलों की 80 कंपनियां तैनात की जाएंगी। कैराना पिछले साल उस समय सुर्खियों में आया था जब भाजपा सांसद हुकुम सिंह ने हिंदू परिवारों की एक सूची जारी करके दावा किया था कि ये परिवार एक विशेष समुदाय के आपराधिक तत्वों की ओर से खतरा पैदा होने एवं जबरन वसूली के कारण अपने घर छोड़कर चले गए हैं।