ओवैसी से दादरी और बिजनौर की नाइंसाफ़ी सुनकर ख़लीलाबाद में रोने लगे मुसलमान

विट्ठल दास, उत्तर प्रदेश:  संतकबीर नगर संतकबीरनगर। पूर्वी उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर ज़िले में आल इण्डिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लीमीन पार्टी के सदर और सांसद असदुददीन ओवैसी की जज़्बाती तक़रीर सुनकर मुसलमान रोने लगे। उन्होंने अपनी तक़रीर में दादरी और बिजनौर का ख़ासतौर से ज़िक्र करते हुए समाजवादी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और सीएम अखिलेश यादव की लगभग धज्जिय़ां उड़ा दीं। उन्होंने कहा कि दादरी में अख़लाक़ की हत्या हो या बिजनौर में मुसलमानों का क़त्ल-ए-आम, दोनों में आरएसएस का हाथ था लेकिन समाजवादी सरकार की हुक़ूमत में मुसलमानों को इंसाफ़ नहीं मिल सका।

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी मुसलमानों के जान की कीमत लगाती है। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और सीएम अखिलेश यादव मुसलमानों के दुश्मन हैं। समाजवादी पार्टी के इन दोनों चोटी के नेताओं ने मुसलमानो का भला कभी नहीं चाहा है बल्कि वोट लेकर उनको धोखा देने का काम किया है। इतने बड़े सूबे के 17 करोड़ मुसलमानो की हालत दलितों से बदतर हो गई है। आरएसएस व भाजपा मुसलमानो को फंसाकर जेल मे भेजवाने का काम कर रही है। सांसद असदुद्दीन ओवैसी खलीलाबाद विधानसभा के उम्मीदवार हाजी तफसीर खान के लिए यहां कैंपेन करने पहुंचे थे। उन्हें सुनने के लिए ज़िले के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र सेमरियावां के एक जूनियर हाईस्कूल में हज़ारों की भीड़ उमड़ी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 17 करोड़ मुसलमानों के लिए सपा ने कुछ नहीं किया है सिर्फ उनकी गर्दन की कीमत लगाई है मुल्क व सूबे की हालत बहुत ही खराब है। मुसलमान पूरे मुल्क़ में आज महफूज़ नहीं हैं।

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उन्होंने कहा कि 70 सालों से मुसलमानों ने सभी सियासी दलों का साथ दिया है लेकिन मुसलमानों को क्या मिला आज तक? उन्हें तालीम से दूर रखा गया। सूबे में 41 फ़ीसदी मुसलमान पढ़े-लिखे नहीं हैं। सरकार ने कभी भी मुसलमानों को तालीम दिलाये जाने की पहल नहीं की। उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने वोट दिया लेकिन उनके नाक के नीचे चिराग तक नहीं जलता है। उन्होने समाजवादी पार्टी को ड्रामा कम्पनी करार देते हुए कहा कि चाचा को भतीजा पसन्द नहीं और बाप अपने बेटे को धमका रहा है। ये सब चाचा-भतीजे में माल की लड़ाई हो रही है। उन्होंने कहा कि 2014 में प्रदेश के अन्दर समाजवादी सरकार थी और केन्द्र ने 3 करोड़ 90 लाख रूपए सेमरियावा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के लिए दिया था लेकिन स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए कोई भी विकास नही किया गया। रूपये का हिसाब समाजवादी सरकार से पूछना होगा।

उन्होंने कहा कि इसी तरह 4 करोड़ 65 लाख मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में शुद्व पेयजल पाईप लाईन योजना के तहत धन आवंटित था लेकिन एक भी गांव में पीने के साफ़ पानी का इंतज़ाम नहीं हुआ। कृषि दुर्घटना बीमा के लिए केन्द्र सरकार ने 10 करोड़ रूपये उत्तर प्रदेश सरकार को दिया था लेकिन संतकबीरनगर के सिर्फ तीन किसानों को इसका लाभ मिल पाया। योजना का लाभ बाक़ी ज़रूरतमंद किसानों को नहीं दिया गया। कागज में उलझा कर सपा नेता व अधिकारी रूपये का घोटाला कर गये और सपा नेता रूपये को डकार गये। सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुसलमानो ने कांग्रेस की सरकार केन्द्र में बनवाई लेकिन 25 सालों में मुसलमानो के लिए केन्द्र सरकार/कांग्रेस ने कुछ नहीं किया। बाबरी मस्जिद में मूर्ति कांग्रेस हुकूमत में रखवायी गयी और पूजा शुरू कराई गई और कांग्रेस वाले ख़ुद को मुसलमानों को रहनुमा बताते रहे। दादरी पर उन्होंने कहा कि दादरी काण्ड को 1 साल बीत जाने के बावजूद सपा सरकार ने अखलाक के परिवार को इंसाफ़ नही दिलवाया क्योंकि आरएसएस, बीजेपी, सपा मुसलमानों को कमजोर करना चाहती है।

उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने समाजवादी पार्टी पर भरोसा किया और प्रदेश में 300 से ज्यादा दंगे हुए। बिजनौर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में 10 मंत्री और 64 विधायक मुसलमान हैं लेकिन इतने बड़े कांड पर उनकी आवाज नही उठी। सूबे में सिर्फ मुसलमानों की जान की कीमत लगाई गई और मुसलमानों को धोखा दिया गया। अब मुसलमान सपा का गुलाम नही है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगा में 50 हजार से अधिक मुसलमान बेघर हो गये और सपा सरकार ने बेघर हुए मुसलमानों का पता लगाने के लिए कोई भी पहल नही की। मुजफ्फनगर की घटना में रेफ पीडिता 10 मुस्लिम महिलाओ ने कोर्ट में हाजिर होकर मुकदमा दर्ज किये जाने की गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर सरकार को मुकदमा दर्ज किये जाने का निर्देश दिया गया लेकिन सपा सरकार के पुलिस अधिकारी उन मुसलमान महिलाओं पर दबाव बना रहे हैं कि वह अपना मुकदमा वापस ले लें। उन्होंने कहा कि एक महिला मर गई तीन महिलाओं ने अपना बयान बदल दिया। 6 महिलाएं आज भी इंसाफ़ के लिए लड़ रही हैं, ओवैसी उनके साथ हैं। सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 17 करोड़ मुसलमानो को देश के नेता बांटना चाहते हैं लेकिन मुसलमानों की हुकुमत से हिन्दुस्तान की पहचान बनी है।

आज भी उत्तर प्रदेश में ताजमहल, दिल्ली में कुतुबमीनार, देश के वजीरे आला जब 15 अगस्त को अपना भाषण लाल किला पर देते हैं, तो ये सभी मीनारें मुसलमानों ने बनवाई हैं जिसका नाम लिया जाता है। आल इण्डिया मज्जिलसे इत्तेहादुल मुस्लीमीन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर कोने हर घर में मजलिस बनाने का काम किया जा रहा है सेक्यूलर जमातों का साथ एमआईएम दे रही है। उन्होंने केन्द्र व प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के 70 साल बीत गए। सरकारें आरक्षण की बात करती हैं लेकिन अब पूरे देश में महज़ 1 फ़ीसदी सरकारी नौकरी में मुसलमान सेवा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुसलमान एक हैं अंसारी-पठान अलग नहीं हैं। पूरे देश में 21 हजार दंगे हुए और मुसलमानों की ही जान गई है। बहुजन समाज पार्टी के कार्यकाल में 600 से ज्यादा दंगे हुए हैं।