ओवैस क़त्ल केस में 7 गिरफ़्तार

पिछ्ले माह लंगर हौज़ इलाके में एक सियासी वर्कर मुहम्मद ओवैस के क़त्ल के सिलसिले में लंगर हौज़ पुलिस ने 7 मुल्ज़िमीन को बिलआख़िर गिरफ़्तार करलिया जबकि 2 मुल्ज़िमीन अज़हर कादरी-ओ-मज़हर कादरी को जो मजलिस के क़ाइदीन हैं मफ़रूर बताया गया।

याद रहे के कांग्रेस पार्टी में शमूलीयत इख़तियार करते हुए हलक़ा असेंबली नामपली के फेरोज़ ख़ान की ताईद करने वाले मुहम्मद ओवैस का 26 नवंबर की शब सनसनीखेज़ अंदाज़ में क़त्ल कर दिया गया था।

मुल्ज़िमीन को अदालत में पेश करते हुए पुलिस ने रीमांड डाएरी में क़त्ल की वजह पुरानी मुख़ासमत और आपसी दुश्मनी बताई है। क़त्ल केस के सिलसिले में तफ़सीलात का इन्किशाफ़ करते हुए डिप्टी कमिशनर पुलिस वैस्ट ज़ोन सत्य नारायना ने बताया कि शहर के दो बदनाम-ए-ज़माना रूडी शीटरस मुहम्मद फ़िर्दोस और मुहम्मद लतीफ़ ने अपने दुसरे साथीयों की मदद से ओवैस का क़त्ल किया है।

उन्होंने बताया कि हाल ही में मक़्तूल ने 200 हामीयों के साथ कांग्रेस लीडर फेरोज़ ख़ान की ताईद करते हुए कांग्रेस पार्टी में शमूलीयत इख़तियार की थी और वो इस इलाके में आए दिन सरगर्म होता जा रहा था।

ओवैस की बढ़ती हुई मक़बूलियत रूडी शीटरस फ़िर्दोस और लतीफ़ को खटक रही थी और वो नौजवान कांग्रेस लीडर को नुक़्सान पहूँचाने के लिए मौके की तलाश में थे।

उन्होंने बताया कि लतीफ़ की मक़्तूल से पिछ्ले दो माह से इस के ख़ालाज़ाद बहन के रिश्ते को लेकर मुख़ासमत चल रही थी चूँकि मुहम्मद ओवैस ने अपने एक रिश्ते की बहन की शादी काला पत्थर पुलिस स्टेशन से वाबस्ता रूडी शीटर मुहम्मद इबराहीम से करने की कोशिश की थी।

लतीफ़ ने इस शादी की मुख़ालिफ़त की। जिस के नतीजे में दोनों के दरमयान बेहस-ओ-तकरार हुई थी। रूडी शीटर लतीफ़ ने ओवैस को सबक़ सिखाने के लिए अपने रिश्ते के भाई और इस क़त्ल केस के मुल्ज़िम सलीम उद्दीन उर्फ़ फ़िरौ की मदद हासिल की और शेख़ अब्बास अली उर्फ़ फ़य्याज़ जो मक़्तूल का दोस्त बताया जाता है से मुख़ासमत निकालने के लिए मंसूबा तैयार क्या।

इस सिलसिले में 25 नवंबर रात देर गए रूडी शीटरस लतीफ़ और फ़िर्दोस ने मुहम्मद अब्बास और ओवैस से फ़ोन पर बेहस की और उन्हें फ़ौरी मुलाक़ात करने के लिए उकसाया और उन्हें क़त्ल करने का मंसूबा तैयार करलिया।

मुहम्मद ओवैस नानलनगर इलाके में वाक़्ये एक मशहूर होटल के क़रीब रूडी शीटर से मुलाक़ात के लिए पहूँचा था कि फ़िर्दोस ने ओवैस पर अचानक चाक़ू से हमला कर दिया और उसे शदीद ज़ख़मी कर दिया।

ओवैस पर हमले के दौरान मेराज हुसैन मुहम्मद सलीम उद्दीन मीर शिमरोज़ अली और सय्यद एजाज़ मौजूद थे जबकि दुसरे मुल्ज़िमीन वहां से फ़रार होने में नाकामयाब होगए। डी सी पी ने बताया कि फ़िर्दोस और लतीफ़ शहर के बदनाम-ए-ज़माना रूडी शीटरस है और रोज़गार की तलाश में वो दो मजलिसी लीडर्स जो आपस में भाई भी है मज़हर कादरी और अज़हर कादरी के लिए काम करना शुरू किया था। बताया जाता हैके लंगर हौज़ पुलिस ने ओवैस क़त्ल केस में शामिल दुसरे मुल्ज़िमीन अज़हर कादरी मज़हर कादरी मुहम्मद ग़फ़्फ़ार अली बिन हुसैन मुहम्मद शहबाज़ मुहम्मद फ़रहान और मुहम्मद सलाम को गिरफ़्तार करने के लिए ख़ुसूसी टीमें तशकील दी गई हैं ।जबकि पुलिस ने गिरफ़्तार मुल्ज़िमीन के क़बज़े से क़त्ल में इस्तेमाल किए गए ख़ंजर मोबाईल फोन्स और मोटर साईकलस को ज़बत किया।