ओक़ाफ़ी जायदादों के रिकार्ड के बारे में ख़दशात

हैदराबाद 27 अक्टूबर: रियासत तेलंगाना में ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ के मुताल्लिक़ हुकूमत की तरफ से किए गए दावओं में कितनी हक़ीक़त है इस बात का अंदाज़ा उसी वक़्त होगा जब हुकूमत शहरे हैदराबाद के अतराफ़-ओ-अकनाफ़ मौजूद वक़्फ़ जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ के लिए अमली इक़दामात का आग़ाज़ करे।

महिकमा माल तक़रीबन 12 हज़ार जायदादों के दस्ताविज़ात के ग़ायब होजाने की इत्तेला के साथ ही इस बात का भी ख़दशा पैदा हो गया हैके पता नहीं इन 12 हज़ार जायदादों में कितनी ओक़ाफ़ी जायदादों के दस्ताविज़ात है जो ग़ायब हैं। इस बात की तफ़सीलात ताहाल दस्तयाब नहीं हैं।

महिकमा माल के ओहदेदारों के बमूजब गुमशुदा 12 हज़ार दस्ताविज़ात के नक़ूल के मालकीयन जायदाद से तलब करते हुए रिकार्ड को सही करने के इक़दामात किए जाऐंगे लेकिन महिकमा माल के ओहदेदारों के इस बयान से कई ख़दशात और पैदा हो सकते हैं जैसे अगर किसी ओक़ाफ़ी जायदाद का रिकार्ड महिकमा माल के पास मौजूद ना हो और कोई क़ाबिज़ अपना इद्दिआ-ओ-जाली दस्ताविज़ात पेश करता है तो एसी सूरत में इस वक़्फ़ जायदाद की मिल्कियत महिकमा माल की नज़र में क़ाबिज़ की हो जाएगीगी।

इस सूरते हाल के बावजूद तेलंगाना वक़्फ़ बोर्ड के मुतहर्रिक ना होने से भी कई ख़दशात पैदा हो रहे हैं। महिकमा माल के तक़रीबन 12 हज़ार जायदादों के दस्ताविज़ात ग़ायब होना कोई मामूली बात नहीं है और खासतौर पर इस सूरत में जब गुमशुदा दस्ताविज़ात की बड़ी तादाद ज़िला रंगारेड्डी की जायदादों से मुताल्लिक़ हो। शहरे हैदराबाद से मुत्तसिल ज़िला रंगारेड्डी गुमशुदा जायदादों के रेकॉर्ड्स की फ़हरिस्त में सर-ए-फ़हरिस्त बताया जाता है जहां से 3995 जायदादें लापता दिखाई जा रही हैं।

रंगारेड्डी में कई एसी बड़ी ओक़ाफ़ी जायदादें हैं जिन पर क़ानूनी चारा-जुई और अदालती रस्सा-कशी का अमल जारी है। कई जायदादों पर क़ाबज़ीन मिल्कियत का दावा कर रहे हैं।

इतना ही नहीं रंगारेड्डी के अलावा हैदराबाद-ओ-दुसरे अज़ला के गुमशुदा दस्ताविज़ात के मुताल्लिक़ तफ़सीलात इकट्ठा किया जाना इस लिए ज़रूरी हैके इस बात का पता चलाया जा सके कि कहीं मुनज़्ज़म साज़िश के तहत जायदादों के दस्ताविज़ात की गुमशुदगी के ज़रीया सरकारी-ओ-ओक़ाफ़ी जायदादों को हड़पने की कोशिश तो नहीं की गई है ?