उत्तर प्रदेश के वज़ीर बराए शहरी तरक़्क़ी, मुस्लिम औक़ाफ़-ओ-हज मिस्टर मुहम्मद आज़म ख़ां ने कहा कि रियासत में औक़ाफ़ की जायदादों को रेंट कंट्रोल से मुस्तसना रखने का मुलायम सिंह यादव की साबिक़ा हुकूमत ने जो फ़ैसला किया था और इस सिलसिले में उन्होंने जो क़ानून वज़ा कराया था, लेकिन इस क़ानून में बाअज़ खामियां रह गई थीं, जिसकी वजह से औक़ाफ़ की जायदादों को रेट कंट्रोल से मुस्तसना होने का फ़ायदा नहीं मिल रहा था।
इन ख़ामीयों को दूर करने के लिए अखिलेश यादव हुकूमत रियास्ती असेंबली में एक नया बिल पेश करेगी ताकि ऐसा जामि ओ मोअस्सर क़ानून वज़ा हो और रेट कंट्रोल से इस्तिस्ना किए जाने का पूरा फ़ायदा ओक़ाफ़ी जायदादों को मिले। मिस्टर मुहम्मद आज़म ख़ां ने ये बात इस नुमाइंदे से एक ख़ुसूसी मुलाक़ात में कही। उन्होंने कहा कि गुज़शता 5 बरस में जिन ओक़ाफ़ी जायदादों पर क़ब्ज़ा करके तिजारती, रिहायशी कामप्लैक्स ( Complex) वग़ैरा बनवाए गए हैं वो तमाम ओक़ाफ़ी जायदादें वक़्फ़ को वापस की जाएंगी। नाजायज़ क़ब्ज़ा करने वालों, तामीरात कराने वालों की ये सज़ा होगी कि इनकी तमाम तामीरात को वक़्फ़ बोर्डों के हवाले कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई हुकूमत ओक़ाफ़ी जायदादों को ख़िर्द बुर्द करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा कि वो माज़ी में भी वज़ीर औक़ाफ़ रह चुके हैं। वो ओक़ाफ़ी जायदादों, वक़्फ़ बोर्डों की कारकर्दगी से बख़ूबी वाक़िफ़ हैं। उन्होंने कहा कि इनकी हुकूमत ओक़ाफ़ी जायदादों को तबाह-ओ-बर्बाद करने वालों के साथ सख़्ती के साथ पेश आएगी। आज़म ख़ां ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने इंतेख़ाबी मंशूर में अवाम बिलख़सूस अक़ल्लीयतों, मुस्लमानों से जो वायदे किए हैं, इन सब को तरजीही बुनियाद पर पूरा करेगी।