ओ आई सी को अपने स्टैंड पर शर्मिंदा होना पड़ेगा – ईरान

तुर्की में इस्लामी सरब्राही कान्फ़्रैंस [ओ आई सी] के दौरान खित्ते के ममालिक में ईरान और हिज़्बुल्लाह की मुदाख़िलत की मुज़म्मत पर तेहरान की जानिब से सख़्त रद्दे अमल सामने आया है।

ईरान के मुआविन बराए ख़ारिजा उमूर अब्बास उरेक्जी ने कहा है कि हिज़्बुल्लाह और ईरान की मुज़म्मत करने पर ओ आई सी को शर्मिंदगी उठाना पड़ेगी। अपने एक बयान में ईरानी ओहदेदार का कहना था कि इस्लामी तआवुन तंज़ीम एक मख़सूस लॉबी के ज़ेरे असर और मुसलमान मुल्कों के एक ग्रुप के हाथों में यरग़माल है जो उसे अपने मख़सूस एहदाफ़ और मक़ासिद के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं।

ख़्याल रहे कि इस्तांबूल में मुनाक़िदा तेरहवीं इस्लामी सरब्राह कान्फ़्रैंस के इख़तेताम पर जारी कर्दा आलामीए में ईरान और लेबनानी शीया मिलिशिया हिज़्बुल्लाह की पड़ोसी मुल्कों में मुदाख़िलत की शदीद अल्फ़ाज़ में मुज़म्मत की गई थी।

आलामीए में कहा गया था कि ईरान की पड़ोसी मुल्कों के हवाले से पालिसीयां उन्हें कमज़ोर करने का मूजिब बन रही हैं। आलामीए में तेहरान में सऊदी अरब के सिफ़ारत ख़ानों पर हमलों की भी शदीद मुज़म्मत की गई थी।