औरत का जिस्म तो मंदिर है : हर्षवर्धन

यूनियन हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन मुसलसल अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं| कंडोम के बदले शकाफत ( कल्चर) और एम्स के विजिलेंस ऑफिसर को हटाने की वजह से वो पहले ही सुर्खियां बटोर चुके हैं| अब हर्षवर्धन ने ख्वातीन के जिस्म को मंदिर बताया. इस बयान पर सोशल मीडिया हर्षवर्धन को लेकर फिर सरगर्म हो गया है|

वूमेन कॉलेज दिल्‍ली के गोल्डन जूबली फंक्शन में हिस्‍सा लेने पहुंचे हर्षवर्धन ने कहा ‍ ख्वातीन का जिस्म मंदिर है, जो मुल्क के मुस्तकबिल के नजरिए से बेहद अहम है| सेहतमंद ख्वातीन की नई नस्ल तैयार करने का बेहतर असर फैमिली, सोसायटी और मुल्क पर पड़ेगा, क्योंकि हर खातून अपने प्रोफेशन के अलावा कई और किरदार में होती है. मसलन, मां, बच्चों की टीचर वगैरह| ‘

वज़ीर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तरह तरह के पोस्ट आए | लोगों ने इस पर अपना रद्दे अमल जाहिर किया, जिसके अपने-अपने दलीद थे| सामाजी कारकुन कविता कृष्णन एक फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि ख्वातीन का जिस्म कोई मंदिर नहीं है जहां मुल्क कि तामीर हो| उसकी सेहत उसके लिए भी बेहद जरूरी है सिर्फ इसलिए नहीं कि वह खानदान , समाज और मुल्क की तामीर कर सके|