औक़ाफ़ी जायदादों का तहफ़्फ़ुज़ और उन की तरक़्क़ी पर ख़ुसूसी तवज्जा देने का एलान

स्पेशल ऑफीसर वक़्फ़ बोर्ड जनाब मुहम्मद जलाल उद्दीन अकबर आई एफ एस ने वाज़ेह किया कि औक़ाफ़ी जायदादों का तहफ़्फ़ुज़ और उन की तरक़्क़ी पर ख़ुसूसी तवज्जा दी जाएगी। औक़ाफ़ी जायदादों की आमदनी मंशाए वक़्फ़ के मुताबिक़ ख़र्च करना और जायदादों की तरक़्क़ी के ज़रीए अक़लीयतों की भलाई की स्कीमात रूबे अमल लाना उन की तरजीहात में शामिल हैं।

जनाब जलाल उद्दीन अकबर ने स्पेशल ऑफीसर वक़्फ़ बोर्ड और डायरेक्टर अक़लीयती बहबूद के ओहदा का जायज़ा हासिल करने के साथ ही मुख़्तलिफ़ अक़लीयती इदारों की कारकर्दगी के जायज़ा का आग़ाज़ किया है।

उन्हों ने मुख़्तलिफ़ इदारों के ओहदेदारों को तलब करते हुए कारकर्दगी और स्कीमात पर अमल आवरी का जायज़ा लिया। मालीयाती साल 2014-15 के बजट बराए अक़लीयती बहबूद की तैयारी पर भी उन्हों ने ख़ुसूसी तवज्जा मर्कूज़ की है।

अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए जनाब जलाल उद्दीन अकबर ने कहा कि वो वक़्फ़ बोर्ड की कारकर्दगी और इस से मुताल्लिक़ मुख़्तलिफ़ उमूर का जायज़ा ले रहे हैं। उन्हों ने कहा कि वक़्फ़ एक वसीअ तर इदारा है और उस की तमाम सरगर्मियों का जायज़ा लेने में वक़्त लगेगा।

उन्हों ने कहा कि वो चाहते हैं कि ना सिर्फ़ नाजायज़ क़ब्ज़ों की बरख़ास्तगी की तरफ़ तवज्जा दी जाए बल्कि मौजूदा आराज़ीयात का तहफ़्फ़ुज़ हो। उन्हों ने कहा कि औक़ाफ़ी आराज़ीयात जो ख़ाली पड़ी हैं, उन्हें तरक़्क़ी देते हुए उस की आमदनी अक़लीयतों की भलाई पर ख़र्च की जा सकती है।

उन्हों ने अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन के ओहदेदारों के साथ आज गैर रस्मी तौर पर इजलास मुनाक़िद किया। ताहम बजट की तैयारी के सिलसिले में वो मंगल को दीगर इदारों के ओहदेदारों के साथ जायज़ा इजलास मुनाक़िद कर रहे हैं।