पाकिस्तानी फ़ौज ने अफ़्ग़ानिस्तान के नायब आर्मी चीफ़ के इन इल्ज़ामात को मुस्तरद कर दिया है कि कंदूज़ पर तालिबान के मुख़्तसर क़ब्ज़े के पीछे पाकिस्तानी जरनैलों का हाथ था और बादअज़ां ये जेनरल बुर्के पहन कर वहां से फ़रार हुए थे।
अफ़्ग़ानिस्तान के नायब आर्मी चीफ़ जेनरल मुराद अली मुराद का पीर के रोज़ मीडिया से गुफ़्तगु करते हुए कहना था कि कंदूज़ पर होने वाले हमले में तालिबान को पाकिस्तानी फ़ौज की मदद हासिल थी।
अफ़्ग़ानिस्तान में तलूअ न्यूज़ के मुताबिक़ जेनरल मुराद अली मुराद का पाकिस्तान फ़ौज पर इल्ज़ाम आइद करते हुए कहना था, हम ऐसे पाकिस्तानी जरनैलों की शनाख़्त करेंगे और उन्हें गिरफ़्तार भी करेंगे, जो ख़वातीन के बुर्के पहन कर कंदूज़ से फ़रार हुए और अब कहीं छिपे हुए हैं।
पाकिस्तान 1996 से 2001 तक अफ़्ग़ान तालिबान का इत्तिहादी रह चुका है और काबुल हुकूमत अक्सर औक़ात मुल्क में होने वाले बड़े वाक़ियात की ज़िम्मेदारी का इल्ज़ाम पाकिस्तान पर आइद करती है। काबुल हुकूमत का कहना है कि पाकिस्तानी फ़ौज अभी तक अफ़्ग़ान तालिबान की हिमायत जारी रखे हुए है।