तामीराती वर्कर्स की बहबूद से निमटने वाले क़वानीन को मज़ीद सख़्त और बाइख़तियार बनाते हुए मर्कज़ी काबीना ने आज कई तरमीमात को मंज़ूरी दे दी।
जिस में वर्कर्स को फायदे के लिए बाअज़ पाबंदीयों पर नरमी भी शामिल है। बिल्डिंग ऐंड उदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स (रैगूलेशनस औफ़ इम्पलाइमैंट ऐंड कंडीशंस औफ़ सरविस) ऐक्ट 1996 और बिल्डिंग ऐंड उदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेर्स ऐक्ट 1996 को काबीना ने आज मुनाक़िदा बैठक में मंज़ूरी दे दी।
वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने इस बैठक की सदारत की। बिल्डिंग ऐंड उदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स से मुताल्लिक़ा क़वानीन (तरमीमी) बिल 2012 उम्मीद है कि पार्लीमैंट के सरमाई सैशन में लागू किया जाएगा।
इन तरमीमात के नतीजे में मर्कज़ी और रियास्ती हुकूमतों के मुख़्तलिफ़ क़वानीन पर आजलाना अमल आवरी में सहूलत होगी। मुजव्वज़ा तरमीम के मुताबिक़ फायदे के लिए कम अज़ कम 90 दिन तक काम की शर्त को ख़त्म कर दिया गया है।