रियासत के कई हिस्सों में जुमा शाम से सनीचर दोपहर तक आए आंधी-तूफान में पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें हजारीबाग में तीन और रामगढ़ और जामताड़ा में एक-एक मौतें हुई हैं। इसके अलावा कोडरमा में ठनका गिरने से दो लोग झुलस गए। चतरा में 11 हजार वोल्ट का तार टूटने से आधा दर्जन घरों में आग लग गई, जबकि सात जानवरों की मौत हो गई। लोहरदगा में कई घरों के छप्पर उड़ गए।
दारुल हुकूमत रांची में भी दोपहर में बारिश के साथ आई आंधी में पेड़ उखड़ गए। हालांकि, बारिश और तूफान से दर्ज़ हरारत में गिरावट आई है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
हजारीबाग में जुमा की देर शाम आंधी-तूफान ने भगदड़ मचाकर रख दिया। सड़कों पर जहां-तहां खड़े लोग महफूज मुकाम की तरफ भागने लगे। तेज हवा के झोकों ने परेशान कर दिया। डिस्टिक मोड़ चौक पर 60 साला अशोक चावला ट्रक की चपेट में आ गए, जिससे जाए हादसा पर ही उनकी मौत हो गई। जेवियर स्कूल के पास रिक्शा ड्राइवर पेड़ गिरने से उसकी चपेट में आ गया। तकरीबन एक घंटे के आंधी-तूफान ने शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया। जगह-जगह बिजली और टेलीफोन के तार, खंभे वगैरह उखड़ गए। लाखों का नुकसान हुआ। बिजली सप्लाय रुकावट रही। इसका असर मोबाइल, टेलीफोन और एटीएम सर्विसों पर भी पड़ा। एनएच 33, ङील रोड, एनएच 100 पर कहीं डालियां तो कहीं पेड़ गिरे पड़े हैं।
तूफान ने केरेडारी में बच्चे की ली जान
तूफान ने ब्लॉक के घुटू में सात साला बालक दीपक कुमार वालिद कृष्णदेव की जान ले ली। उस वक़्त बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। इस दरमियान तूफान में उड़कर एसबेस्टस उसपर आ गिरा। संगीन तौर से जख्मी का इलाज नर्सिंग होम में यहां चल रहा था। हालत बिगड़ने पर उसे हजारीबाग रेफर कर दिया गया, पर रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
चतरा में 11 हजार वोल्ट का तार टूटा, कई घरों में आग, सात जनवार जिंदा जले
चतरा जिले के हंटरगंज के देवरिया गांव के मदरसा टोला के ज़्यादातर घरों में अचानक 11 हजार वोल्ट का तार मौत बन कर टूटी। आधा दजर्न घरों को नुकसान हुआ है। कई सामान जल कर राख हो गए। करंट से आधा दजर्न से ज़्यादा लोग जख्मी हैं। सात मवेशी भी मारे गए है। आग की लपट इतनी तेज थी कि बर्तन, लोहे का बक्सा, अलमीरा पिघल गया।
रामगढ़ में ठनका से पारा असातीजा की मौत, दो जानवर भी मरे
रामगढ़ जिले के मगनपुर, गिद्दी और कई दीगर ब्लॉक में नुकसान की खबर है। गोला थाने की रकुवा पंचायत के गंधौनिया मंडय टांड़ में ठनका की चपेट में आने से पारा टीचर बीरबल भोगता की जाये हादसा पर ही मौत हो गई। सुबह स्कूल जाने की तैयारी के सिलसिले में वह दामोदर नदी नहाने जा रहे थे। अचानक बिजली कड़की और वह वहीं ढेर हो गए। गिद्दी में भी सनीचर की दोपहर तेज हवाओं के साथ ओले पड़े। इससे घरों को नुकसान हुआ।
लोहरदगा में तेज हवा और बारिश ने किसानों की कमर तोड़ी
सनीचर दोपहर एक बजे से शाम तकरीबन छह बजे तक कहीं रूक-रूककर और कहीं तेज हवा के साथ हुए तेज बारिश से आम किसानों की परेशानी बढ़ गई है। तैयार गेहूं की फसल को सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है। ओला की वजह से सब्जी की खेती को भी नुकसान हुई है।