कठुआ गैंगरेप: आरोपीयों को समर्थन करने वाले बीजेपी मंत्रीयों के इस्तीफे को लेकर गठबंधन में तनाव!

कठुआ में 8 साल की मासूम आसिफा से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपियों की हिमायत करने वाले जम्मू-कश्मीर के दो मंत्रियों ने, मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ़्ती की मांग के बाद शुक्रवार को अपना इस्तीफा दे दिया था।

लेकिन यह इस्तीफा अभी पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया गया है, मंत्रियों का इस्तीफा अभी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के पास है। इसे आगे बढ़ाया जाएगा या नहीं इसका फैसला श्रीनगर में बीजेपी नेताओं की बैठक कर राम माघव लेंगे।

गौरतलब है कि महबूबा सरकार से बीजेपी कोटे के दो मंत्री, वन मंत्री लाल सिंह और उद्योग मंत्री चंदर प्रकाश गंगा ने कल अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। दोनों मंत्रियों पर गैंगरेप के आरोपियों की तरफदारी का आरोप लग रहा था।

हालांकि इस्तीफे के बाद एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए लाल सिंह ने इस आरोप से साफ इनकार कर दिया है। लाल सिंह और चंदर प्रकाश गंगा पर कठुआ गैंग रेप केस के आरोपियों के पक्ष में हिंदू एकता मंच के द्वारा आयोजित रैली में शिरकत करने का भी आरोप है, इस पर उन्होंने सफाई दी है कि निष्पक्ष जांच ना होने और निर्दोषों के उत्पीड़न से गुस्साए लोगों को समझाने के लिए पार्टी के निर्देश पर मंत्रियों की टीम हीरानगर और नौशेरा गई थीदोनों जगहों पर गुस्सा उबल रहा था।

खौफ में हीरानगर के कूटा गांव से लोग पलायन कर रहे थे, जिसकी वजह से हिन्दू एकता मंच सीबीआई जांच की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहा था। लोगों से बात उन्होंने सीएम महबूबा मुफ्ती को उनकी मांगों से अवगत कराया था, लेकिन सरकार ने सीबीआई जांच की मांग को ठुकरा दिया. लाल सिंह का दावा है कि एकता मंच के प्रदर्शन में उनके शामिल होने की बात को प्रचारित कर मुद्दे को भटकाया जा रहा है।

फिलहाल दोनों मंत्रियों ने इस्तीफा पार्टी के जम्मू-कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष सतपाल शर्मा सौंपा है। आज बीजेपी के महासचिव पार्टी के जम्मू कश्मीर प्रभारी राममाधव यहां पहुंचकर ये फैसला लेंगे कि इस्तीफा सीएम तक भेजा जाएगा या नहीं।