कोलकाता, 3 जनवरी : काफ़ी ताख़ीर का शिकार कडनकोलम प्रोजेक्ट अगले दो हफ़्तों के अंदरून कारकरद किए जाने के लिए तैय्यार है क्योंकि न्यूक्लियर साईंसदानों ने उसकी हिफ़ाज़त और असरपज़ीरी के बारे में सिलसिला वार तजुर्बात के अपने क़तई मरहले में रसाई हासिल करली है।
इसी माह के अंदरून 100 फीसदी। इस के लिए तक़रीबन दो हफ़्ते लगेंगे, रतन कुमार सिन्हा, चेयरमैन, एटॉमिक एनर्जी कमीशन ने यहां 100 वीं इंडियन साईंस कांग्रेस के मौके पर पी टी आई को ये बात बताई जब इस प्रोजेक्ट के पहले 1,000 मैगावाट यूनिट को चालू करने के ताल्लुक़ से दरयाफ़त किया गया।
सिन्हा ने कहा कि ये यक़ीनी बनाने के लिए तमाम मुम्किना एहतियात बरती जा रही है कि तमाम आमाल ठीक ठीक अंजाम दिए जाएं। सिन्हा ने कहा कि उन्हों (कडनकोलम में सरगर्म इनजीनियर्स) ने बाअज़ मुशाहदात की असास पर हॉट प्रेशाराईज़ेशन का काम अंजाम दिया है।
वो निहायत यक़ीनी रहना चाहते हैं कि तमाम काम पूरी तरह उम्दगी से अंजाम पाइं। हिंदूस्तान कडनकोलम में रूसी इश्तिराक के साथ 1,000 मैगावाट के दो न्यूक्लियर पावर प्लांटस तामीर कर रहा है। इस मुक़ाम पर जहां छः यूनिट्स क़ायम होसकते हैं, रूस के साथ मज़ीद री ऐक्ट्रस की तामीर के लिए बातचीत जारी है।
पिछ्ले माह एटॉमिक एनर्जी रैगूलेट्री बोर्ड (ए ई आर बी) ने सेकंड हैट अप के लिए इजाज़त अता करदी थी, जिस के तहत सारे न्यूक्लियर पावर प्लांट के तमाम सिस्टम्स को उस की फ़ाली और हिफ़ाज़त के मुज़ाहिरे के लिए जांचा जाएगा। सेकंड हैट अप के तहत न्यूक्लियर री ऐक्टर के मुख़्तलिफ़ सिस्टम्स की परफ़ार्मैंस टसट के ज़रीये जांच की जा रही है।
इन तजुर्बात के बाद ए ई आर बी टसटों की रिपोर्टस का जायज़ा लेगा और फिर उसे हस्सास नौईयत के काम की सिम्त इबतिदाई पेशरफ़त के लिए मंज़ूरी देगा, ए ई आर बी चेयरमैन एस एस बजाज ने ये बात कही थी। री एक्टर हस्सास बनने के बाद बर्क़ी पैदावार में बतदरीज इज़ाफ़ा किया जाएगा और ये मख़सूस सतह तक पहुंचने के बाद इस प्लांट को ग्रिड से मरबूत किया जाएगा।
न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन औफ़ इंडिया लिमेटेड 1,000 मैगावाट के दो न्यूक्लियर पावर यूनिट्स कडनकोलम (तमिलनाडु) में फ़रोग़ दे रहा है।