भोरे : जेएनयू के स्टूडेंट्स यूनियन के सदर कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी को लेकर उठा सियासी बवंडर शांत होने के नाम नहीं ले रहा है। कन्हैया की गिरफ्तारी के मुखालिफत में तमाम सियासी पार्टियों के लोग जहां सड़क पर उतर गये हैं, वहीं जुमेरात को भोरे में माले कार्कुनान ने भी मुखालिफत मार्च निकाल कर गिरफ्तारी पर मुखालिफत जताया। भाकपा माले के सुभाष पटेल ने मार्च के बाद भोरे चारमुहानी पर एक नुक्कड़ सभा को खिताब करते हुए कहा कि मर्क़ज़ी हुकूमत, संघ, स्टूडेंट कौंसिल व दीगर मज़हबी तंज़ीम ने मिल कर एक साजिश के तहत कन्हैया को मुकदमे में फंसाया है।
उन्होंने कहा कि जब से मर्क़ज़ में भाजपा की हुकूमत बनी है, तब से संघ और उसके साथी तंज़ीम सेकुलर स्ट्रीम के लोगों पर हमला कर रही है़। वहीं, माले लीडर कमलेश प्रसाद ने भी कन्हैया की गिरफ्तारी का सख्त मुखालिफत करते हुए कहा कि उनकी गिरफ्तारी से दिल्ली पुलिस की वोर्किंग सिस्टम का खुलासा हुआ है। इससे पहले माले का मुखालिफत मार्च भोरे के थाने मोड़, वायरलेस मोड़ से होकर मुख्तलिफ रास्तों से गुजरा, जिसमें मर्क़ज़ी हुकूमत के मुखालिफत में जमकर नारेबाजी की गयी। मौके पर विधान चंद्र राम, बजरंगबली सिंह, कालीचरण सिंह, ज्ञानवती देवी, लाल बहादुर सिंह सहित कई कार्कुनान मौजूद थे।