
बेगूसराय, 3 मार्च : जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट के सशर्त ज़मानत देने के आदेश के बाद उनके पैतृक गाँव बेगूसराय में उनके परिवार और गाँव वालों ने जश्न मनाया |
कन्हैया के पिता जयशंकर सिंह ने आज बताया कि मेरे बेटे कन्हैया कुमार की राजद्रोह के आरोप में हुई गिरफ्तारी के बाद आज हमें पहली बार चिंता और तनाव से राहत मिली है |उसके ख़िलाफ़ कोई राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का सुबूत नहीं मिला है इसके लिए उसे क्लीन चिट मिल जानी चाहिए थी लेकिन ये अदालत का मामला है |
कन्हैया के छोटे भाई प्रिंस कुमार ने कहा कि हम दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत करते हैं कल शाम अदालत के आदेश को सुनने के बाद हमने अपने पिता जयशंकर और मां मीना देवी के चेहरे पर गुलाल लगा कर ख़ुशी मनाई और इस अच्छी ख़बर को सुनने के बाद गाँव वालों ने भी पटाखे चला कर ख़ुशी मनाई |
कल रात के बाद से कन्हैया की रिहाई पर खुशी जताने के लिए जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर बरौनी पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर बिहार के गांव मुकुंदपुर टोला में कुमार के घर पर लोगों का आना जारी है |
जेएनयूएसयू अध्यक्ष के 61 वर्षीय पिता, जो दो साल पहले एक पक्षाघात(पैरालिसिस) की वजह से घर पर ही रहते हैं, ने कहा कि परिवार के कुछ सदस्य कन्हैया की रिहाई की वजह से दिल्ली के लिए चले गए हैं।
सिंह ने कहा कि उसे अभी घर बुलाने की कोई योजना नहीं है। वह पहले अपने विश्वविद्यालय जाएगा जहाँ उसके साथी छात्रों ने इस मुसीबत के दौरान उसके साथ दिया है | कन्हैया मां मीना देवी एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं उन्हें 4,000 रुपये प्रति माह मिलते हैं जिससे उनके घर का खर्च चलता है | बिहार में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी से एमए साफ़ करने के बाद, कन्हैया इंटरनेशनल स्टडीज़ में एम.फिल करने के लिए 2011 में जेएनयू में आये थे फ़िलहाल अपनी पीएचडी के अंतिम वर्ष में है।
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